सहारनपुर : लोकसभा चुनाव में जहां सभी दल मतदाताओं को रिझाने के लिए शाम, दाम, दंड, भेद सब इस्तेमाल कर रहे हैं, वहीं पीएम मोदी ने न सिर्फ पूर्व की सपा की राज्य सरकार और केंद्र की कांग्रेस के कार्यकाल में हुई हिंसाओं को याद दिलाया है. बल्कि कांग्रेस, सपा-बसपा पर हिंसा कराने के आरोप लगाए हैं. पीएम मोदी ने सहारनपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि 2013 में केन्द्र की कांग्रेस और सपा की राज्य सरकार थी, तब मुज्जफरनगर में सांप्रदायिक हिंसा में सैकड़ों लोग मारे गए. वहीं सहारनपुर में गुरुद्वारा प्रकरण को लेकर दंगे कराए गए, जिसमें दुकानों में आगजनी कर व्यापारियों के साथ अत्याचार किया गया. इस दौरान पीएम मोदी ने गेस्ट हाउस कांड को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती पर तंज कसते हुए कहा कि बहन जी वो दिन भूल सकती हैं, लेकिन यूपी और देश की जनता नहीं भूल सकती. उन्होंने कहा कि केन्द्र में महामिलावट की सरकार थी, तब एक दो नहीं बल्कि हिंसा की सैकड़ों घटनाएं हुई थी.
चुनावी रैली को सम्बोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सपा-बसपा गठबंधन और कांग्रेस पार्टियां देश को बांटने का खेल-खेल रही हैं. कैराना और मुजफ्फरनगर समेत पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बता रहे हैं कि सहारनपुर नई प्रयोगशाला है. पीएम मोदी ने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब दिल्ली में महामिलावट की सरकार थी और यूपी में सपा की सरकार थी. तब यानि 2013 में एक प्रयोग इन्होंने मुजफ्फरनगर में भी किया था. इनकी सरकार में जात-पात बिरादरी की आड़ में न सिर्फ हजारों परिवारों पर जुल्म हुए बल्कि सैकड़ों लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया.
छोटे चोधरी पर तंज कसते हुए पीएम ने कहा कि चौधरी अजित सिंह ने स्वार्थ में सारी हदें पार कर दीं. अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए चुप रहे और आज भी हिंसा और अत्यचारों को भूल गए. उनकी जुबान दंगों के संरक्षकों के खिलाफ नहीं उठती, इतना जरूर है इस चौकीदार को गाली देने के लिए गली-गली घूम रहे हैं.