सहारनपुर : सहारनपुर महानगर को स्मार्ट सिटी बनाने का दावा किया जा रहा है. इसके बीच वार्ड नंबर 33 के लोग न सिर्फ सरकारी दावों की पोल खोल रहे हैं, बल्कि निकाय चुनाव का बहिष्कार करने का ऐलान किया है. दरअसल इस वार्ड के लोग जल निकासी समेत तमाम समस्याओं से आजिज हैं. ऐसे में 'यह मकान बिकाऊ है' संबंधी पोस्टर लगाकर पलायन और नगर निकाय चुनाव में मतदान न करने की चेतावनी दी है. इसके अलावा काॅलोनीवासियों ने गलियों में बैनर लगाकर पार्षद एवं महापौर प्रत्याशियों के प्रवेश पर रोक लगा दी है.
उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव का बिगुल बज चुका है. पार्षद एवं मेयर प्रत्याशियों के दावेदार वोट के जोड़तोड़ में जुट गए हैं. वहीं पांच साल से अनदेखी से परेशान वार्ड नंबर 33 के लोगों ने चुनाव का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया है. लोगों ने अपने घरों के बाहर 'यह मकान बिकाऊ है' के अलावा 'विकास नहीं तो वोट नहीं' के पोस्टर लगाकर पलायन करने की चेतावनी दी है. लोगों का कहना है कि बीते पांच साल में वर्तमान पार्षद ने कोई काम नहीं कराया है. नालियां नहीं होने से गलियों में गंदा पानी भरा है. इससे मोहल्ले में डेंगू, मलेरिया समेत कई गंभीर बीमारियां फैली हुई हैं. स्कूली बच्चों को भी गंदे पानी से होकर स्कूल जाना पड़ रहा है. बरसात के दिनों में हालात बदतर हो जाते हैं. इस बाबत कई बार शिकायत के बावजूद कोई समाधान नहीं किया गया है.
ETV भारत से बातचीत में यहां के लोगों ने बताया कि सहारनपुर को स्मार्ट सिटी बनाने के खोखले दावे किए जा रहे हैं. हमारे मोहल्ले में गंदे पानी की निकासी तक की व्यवस्था नहीं कराई गई है. काॅलोनी की ज्यादातर गालियों में गंदा पानी भरा हुआ है. बरसात के दिनों में इन गलियों में घुटनों तक पानी भरा रहता है. गलियों का यह गंदा पानी वापस घरों में भी घुस जाता है. इसको लेकर पार्षद, मेयर और नगर निगम के अधिकारियों से कई बार गुहार लगा चुके हैं, लेकिन कोई हल नहीं निकला. हम सभी मोहल्लेवासी अपना घर बेचने को मजबूर हैं. सरकार/ प्रशासन कोई भी हमारी बात नहीं सुन रहा है. यही वजह है कि काॅलोनीवासी इस बार निकाय चुनाव में मतदान नहीं करेंगे.
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