सहारनपुर: जमीयत उलेमा-ए-हिंद (Jamiat Ulema-e-Hind) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने सीएए और एनआरसी पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि मामले में प्रोटेस्ट करने वाले लोगों की संपत्ति कुर्क करने के नोटिस सरकार ने दिए थे. इस पर सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को फटकार लगाई है।
मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि हम समझते हैं कि यह सुप्रीम कोर्ट की बहुत अच्छी पहल है. हमें उम्मीद है कि उन पर जो मुकदमे चल रहे हैं वह भी जल्द वापस ले लिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि हम यह समझते हैं कि सुप्रीम कोर्ट का सच तक पहुंचने की कोशिश करना देश के लिए बेहतरीन और खुशी की बात है।
मौलाना अरशद मदनी ने आगे कहा कि मुसलमानों को मेरठ के अंदर और दूसरी जगह कत्ल किया गया. मुसलमानों पर जो मुकदमे चले उनको भी जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने देखा है। मुसलमानों के हक के लिए वह लड़ते रहेंगे.
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जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि आज सुप्रीम कोर्ट का यह रुख उम्मीद बढ़ाता है. इससे मुसीबत के दरवाजे बंद होंगे. अगर कोई सरकार उसके खिलाफ किसी पर शिकंजा कसना चाहेगी तो हम समझते हैं कि सुप्रीम कोर्ट से उसके लिए सही फैसला मिलेगा।
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