सहारनपुर: गंगोह विधानसभा सीट पर कई बार विधायक रह चुके सांसद प्रदीप चौधरी ने ईटीवी भारत से बातचीत की. बातचीत में उन्होंने सरकार की उपलब्धियां गिनाई और पूर्व की सपा, बसपा और कांग्रेस सरकार की पोल खोली. कैराना सांसद प्रदीप चौधरी ने बताया कि पहली सरकार में वह विधायक तो रहे हैं, लेकिन विकास कार्य नहीं करा पाते थे. उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी को जीताने के लिए सांसद की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है.
कांग्रेस से सांसद रह चुके हैं प्रदीप चौधरी
सांसद प्रदीप चौधरी गंगोह विधानसभा सीट से दो बार कांग्रेस और एक बार बीजेपी से विधायक रह चुके हैं. लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी के टिकट पर कैराना लोकसभा सीट से सांसद चुने जाने के बाद यह सीट खाली हो गई थी. इसी के चलते गंगोह विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव चल रहा है. बीजेपी ने जिला महामंत्री किरत सिंह को प्रत्याशी के रूप में इस सीट उपचुनाव लड़ाया है.
सांसद प्रदीप चौधरी ने खोली पिछली सरकार की पोल
उपचुनाव की तैयारियों एवं मुद्दों को लेकर गंगोह से पूर्व विधायक एवं वर्तमान में बीजेपी सांसद प्रदीप चौधरी ने ईटीवी भारत से न सिर्फ सरकार की उपलब्धियां गिनाई है, बल्कि ईटीवी के सवालों का बेबाकी से जवाब दिया. सांसद प्रदीप चौधरी ने बताया कि पूर्व की सरकारों में इतने विकास कार्य नहीं हुए, जीतने बीजेपी की सरकार ने कराए हैं.
गंगोह विधानसभा क्षेत्र, बिजली एक बड़ी समस्या
प्रदीप चौधरी ने बताया कि गंगोह विधानसभा क्षेत्र में बिजली की बहुत बड़ी समस्या रहती थी. बिजली की मांग को लेकर पिछले चार-पांच साल पहले स्थानीय जनता धरना प्रदर्शन और आंदोलन करती रहती थी. बीजेपी सरकार ने आते ही क्षेत्र की जनता की मांग को देखते हुए बिजली की समस्या पर फोकस करने का काम किया है. गांव दर गांव ट्रांसफार्मर खंभे लगाने का काम किया गया, बिजली घरों की क्षमता वृद्धि बढ़ाई गई. सांसद ने बताया कि जहां-जहां बिजली घर नहीं थे, वहां बिजली घरों की स्थापना की जा रही है. जहां सड़कें नहीं थी, उन सड़कों को बनवाने का काम किया गया.
पिछली सरकार में काम नहीं करा पाते थे सांसद प्रदीप चौधरी
कांग्रेस से विधायक रहते प्रदीप चौधरी विकास कार्य न करा पाने सवाल पर उन्होंने बताया कि पिछली सरकार ने कोई काम न तो किया और न ही करने दिया. गंगोह विधानसभा क्षेत्र में टूटी हुई सड़कें सरकार के गड्ढा मुक्त अभियान की पोल खोल रही हैं. इस बात को स्वीकार करते हुए सांसद साहब ने बताया कि नकुड़ से अंबेहटा और अंबेहटा से गंगोह तक की सड़कें बदहाल अवस्था में हैं. इन सड़कों का एस्टीमेट तैयार कर शासन को भेज दिया है. ये सड़के जल्दी-जल्दी टूट जाती थी, लेकिन अबकी बार इसका अलग से रुड़की IIT के इंजीनियरों द्वारा एस्टीमेट बनवाया है.
गंगोह विधानसभा सीट पर चुनाव की बात करें तो यहां कांग्रेस से प्रदेश अध्यक्ष इमरान मसूद के भाई नोमान मसूद, जबकि सपा से जिला अध्यक्ष चौधरी रुद्रसेन के भाई इन्द्रसेन चुनाव मैदान में किस्मत आजमा रहे हैं. बीजेपी प्रत्याशी किरत सिंह के साथ मौजूदा सांसद प्रदीप चौधरी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. सांसद का कहना है कि हमारा मुकाबला सीधा कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी से ही होना है. सपा-बसपा के उम्मीदवार इस चुनाव में तीसरे चौथे नंबर की लड़ाई लड़ रहे हैं. सभी पार्टी के लोग पार्टी छोड़ भाजपा में आ रहे हैं.