सहारनपुर : पश्चमी उत्तर प्रदेश के खनन माफिया एवं पूर्व बसपा MLC भाइयों पर प्रदेश सरकार की कार्रवाई जारी है. रविवार को सहारनपुर पुलिस ने खनन माफिया हाजी इकबाल के भाई व पूर्व MLC महमूद अली को नवी मुंबई से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए महमूद अली को यूपी पुलिस रिमांड पर लेकर रविवार की देर रात को सहारनपुर लेकर आई है.
सहारनपुर जनपद की मिर्जापुर पुलिस महमूद अली को अदालत में पेश करेगी. पूर्व MLC महमूद अली को गैंगस्टर एवं धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया गया है, जबकि पूर्व MLC एवं खनन माफिया हाजी इकबाल, MLC भाई महमूद अली और हाजी इकबाल के 4 बेटों के खिलाफ दुष्कर्म, धोखाधड़ी, गैंगस्टर समेत दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं. इकबाल के 3 बेटो को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. हालांकि हाजी इकबाल अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.
बता दें कि यूपी में तात्कालिक बसपा की सरकार में हाजी इकबाल और महमूद अली का सिक्का चलता था. उस दौर में बड़े-बड़े नौकरशाह हाजी इकबाल की कोठी पर हाजिरी लगाने आते थे. अपने दबदबे के चलते हाजी और महमूद ने कई गरीबों की जमीनों को हथिया लिया था. प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद भू-माफियों पर सरकारी हंटर चलना शूरू हुआ तो भू-माफियाओं के पैर उखड़ गए. इसी कड़ी में पुलिस ने गैंगस्टर एवं धोखाधड़ी के मामले में हाजी इकबाल के साथी राव लईक और मुंशी नसीम अहमद को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया. इसके बाद हाजी इकबाल के 3 बेटे भी शलाखों के पीचे पहुंच गए, जबकि दोनों एमएलसी भाई अंडरग्राउंड हो गए.
एसएसपी डॉ. विपिन टाडा ने बताया कि हाजी इकबाल और उसके भाई महमूद अली के खिलाफ धोखाधड़ी, गैंगस्टर, मारपीट, दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमे दर्ज हैं. दोनों भाई बसपा से एमएलसी रह चुके हैं, एमएलसी रहते दोनों भाइयों ने अवैध खनन को अंजाम देकर अवैध संपत्ति अर्जित की हुई है, इसकी जांच चल रही है. पूर्व एमएलसी महमूद अली को एक मामले में रविवार को नवी मुंबई से गिरफ्तार किया है. खनन माफिया दोनों भाई 25 हजार के इनामी हैं. महमूद अली गिरफ्तार हो चुका है, जबकि हाजी इकबाल अभी फरार है. अभियुक्त महमूद अली को आज न्यायालय में पेश किया जा रहा है. न्यायालय के आदेश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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