सहारनपुर: शाकुंभरी नदी में एक बार फिर अचानक बाढ़ आने से श्रद्धालुओं में भगदड़ मच गई. पानी के तेज बहाव में कई श्रद्धालुओं के बहने की खबरें सामने आ रही हैं, जिन्हें आसपास के लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद बचा लिया. बाढ़ की खबर मिलते ही प्रशासनिक अमला बचाव टीम के साथ मौके पर पहुंचकर फंसे हुए श्रद्धालुओं को निकालने के प्रयास में लगा हुआ है.
शाकुंभरी देवी के दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं में मची भगदड़
सहारनपुर जनपद मुख्यालय से करीब 45 किलोमीटर दूर शिवालिक पहाड़ियों के बीच सिद्धपीठ मां शाकुंभरी देवी का मंदिर है. मंदिर के सामने से गुजर रही बरसाती नदी में रविवार को एक बार फिर अचानक बाढ़ आ गई. बाढ़ आने से देवी के दर्शन को पहुंचे श्रद्धालुओं में भगदड़ मच गई. अचानक आए पानी की चपेट में आकर कई श्रद्धालु बहने लगे, जिन्हें आसपास मौजूद लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद बचा लिया.
रात्रि को नवरात्र मेले का होना था उद्घाटन
बता दें कि शारदीय नवरात्रि पर सिद्धपीठ मां शाकुंभरी देवी मंदिर परिक्षेत्र में विशाल मेले का आयोजन किया जाता है. रविवार को नवरात्र के पहले दिन मेले का उद्घाटन होना था, लेकिन दो दिन पहले ही अचानक आई बाढ़ में एक श्रद्धालु की मौत हो गई थी, जबकि कई श्रद्धालु घायल हो गए थे. इसके अलावा मेला परिसर में दुकान लगाने वाले दुकानदारों का लाखों रुपये का सामान भी बाढ़ की भेंट चढ़ गया था.
बाढ़ में सैकड़ों श्रद्धालुओं के फंसे होने की आशंका
रविवार को एक बार फिर आई बाढ़ ने मंदिर क्षेत्र में हड़कंप की स्थिति पैदा कर दी. सैकड़ों श्रद्धालुओं के अभी भी फंसे होने की खबर सामने आ रही हैं. बाढ़ की खबर मिलते ही पुलिस व प्रशासनिक अमला बचाव दल के साथ मौके पर पहुंचा और जेसीबी की मदद से फंसे हुए श्रद्धालुओं को बाहर निकालने में लगा हुआ है. हालांकि अधिकारियों का कहना कोई भी श्रद्धालुओं के फंसे होने की आशंका नहीं है.
श्रद्धालुओं को सुरक्षित बाहर निकालने में जुटा प्रशासन
उधर प्रशासनिक अधिकारियों ने देवी दर्शनों को जा रहे श्रद्धालुओं के वाहनों को भूरा देव मंदिर से पहले ही रोक दिया, जिससे कई किलोमीटर लंबा जाम लगा हुआ है. श्रद्धालुओं में प्रशासन के खिलाफ गहरा रोष बना हुआ है. हालांकि प्रशासनिक अधिकारी श्रद्धालुओं को सकुशल बाहर निकालने में जुटे हुए हैं.