सहारनपुर: 42 दिन लॉकडाउन रहने के बाद सोमवार से शराब की दुकानों को खोलने का आदेश दिया गया. शराब की दुकानें खुलते ही लंबी लाइने लग गई. हर कोई शराब खरीदने के लिए सुबह 6 बजे से ही शराब ठेका के बाहर पहुंच गया.
एक आकंलन के मुताबिक सोमवार को 1 करोड़ 75 लाख रुपये की शराब बेची गई. वहीं मंगलवार को भी 50 लाख रुपये से ज्यादा की शराब बेची गई. आबकारी अधिकारी शराब की बिक्री के आंकड़ों को छुपाने में लगे है. उनका कहना है कि सहारनपुर मंडल में लॉकडाउन के बाद एक चौथाई भी शराब नहीं बिकी है.
जानिए शराब बिक्री को लेकर अधिकारियों ने क्या कहा
सोमवार को सुबह 10 बजे शराब की दुकान खोलने का निर्देश जारी किया गया था. शराब की दुकानें खुलते ही शराब के शौकीन सुबह 6 बजे से ही ठेके पर पहुंच कर लाइन में लग गए. शराब खरीदने के चक्कर मे लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां भी उड़ाई.
इस दौरान एक एक आदमी 5 से 10 बोतले शराब की खरीदारी करता नजर आया. एक दिन में 1 करोड़ 50 लाख से ज्यादा की शराब की बिक्री हुई है. इसके बावजूद भी आबकारी अधिकारियों का मन नहीं भरा. उनका कहना है कि पिछले दिनों की तुलना में शराब की बिक्री एक चौथाई भी नहीं हुई.
उप आबकारी आयुक्त राकेश कुमार चतुर्वेदी का कहना है कि सहारनपुर मंडल में मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और शामली तीन जिले हैं. तीनो जिलों में संबधित जिलाधिकारी ने शराब की दुकानें खोलने के आदेश दिए थे. जनपद सहारनपुर में 327 दुकानो में से 294 दुकानें और शामली जिले में 143 में से 134 दुकानें खोली गई. सोमवार को किन्हीं कारणों से मुजफ्फरनगर में कोई दुकान नहीं खोली गई.
मंगलवार मुजफ्फरनगर की दुकानें खुलवाई गई. मंडल की ज्यादातर दुकानें सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक संचालित हो रही है. यहां सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन कराया जा रहा है. दुकानों पर ग्राहकों के हाथ सैनिटाइज कराए जा रहे हैं. बिना मॉस्क वालों को शराब नहीं दी जा रही है. शराब बिक्री के आंकड़ों के सवाल पर उन्होंने बताया कि प्रतिदिन के आंकड़े अधिकारियों के पास नहीं होते है. इसके चलते बेची गई शराब की कीमत और क्वांटिटी बता पाना संभव नहीं है. उप आबाकरी आयुक्त का कहना है कि लॉकडाउन के बाद खुली शराब की दुकानों पर सामान्य दिनों की तुलना में एक चौथाई भी बिक्री नहीं हुई है.