सहारनपुर: कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. फैलते संक्रमण को रोकने को लिए जहां पूरे देश मे लॉकडाउन किया हुआ है. वहीं सोशल डिस्टेंस बनाए रखने की अपील की जा रही है, जिसके चलते जेल में बंद कैदियों की भीड़ कम करने के लिए उन्हें पैरोल पर छोड़ने का फैसला लिया गया है. सरकार जेलों में बंद ऐसे कैदियों को छोड़ रही है जिनके ऊपर लगी धाराओं में 7 साल से कम की सजा का प्रवाधान है.
पैरोल पर छोड़े गए 69 कैदी
कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार फैलता जा रहा है. आए दिन नए मामले सामने आने से जहां लोगों मे दहशत का माहौल बना हुआ हैं वहीं सरकार भी ठोस कदम उठा रही है. देश भर में कोरोना मरीजों की संख्या एक हजार के पार हो गयी है. विशेषज्ञों के मुताबिक इस माहामारी से बचने का एक मात्र विकल्प केवल सोशल डिस्टेंस है, जिसके चलते सरकार ने पूरे देश मे लॉकडाउन लागू किया है.
जेलों में जमा भीड़ को कम करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने विशेष गाइडलाइन जारी की है. सुप्रीम कोर्ट ने जेल में 7 साल से कम की सजा काट रहे कैदियों को 8 सप्ताह के लिए पैरोल पर रिहा करने के निर्देश दिए है. कोर्ट ने निर्देश पर सहारनपुर की दोनों जेलों रविवार की शाम 69 कैदियों को छोड़ा गया है.
इसे भी पढ़ें-सहारनपुर: देवबंद नगर में मिला कोरोना संदिग्ध युवक, दो सप्ताह पहले विदेश से लौटा है वापस
जिला जज सर्वेश कुमार ने 4 जजों की टीम गठित कर ऐसे बंदियों को रिहा करने के निर्देश दिए थे. जजों की टीम ने ऐसे कैदियों को चयनित किया जो 7 साल से कम सजा वाले अपराधों के मामले में बंद है. एसे कैदियों की जमानत अर्जी पर सुनवाई कर 8 सप्ताह के लिए रिहा किया है. सहारनपुर जिला कारागार से 36 और देवबंद की उप जिलाकारगार से 33 लोगों को रिहा किया है. सहारनपुर जेल में लगभग 280 और 100 से अधिक बंदी सजा काट रहे है जिन्हें 8 सप्ताह की पैरोल का लाभ मिलने जा रहा है. ताकि जेलों की बैरकों से भीड़ कम कर सोशल डिस्टेंस बनाई जा सके और बढ़ते कोरोना वायरस को हराने में सफलता प्राप्त कर सके.
डॉ.वीरेश राज शर्मा, वरिष्ठ जेल अधीक्षक, सहारनपुर