सहारनपुर: जिले में लेखपालों की चल रही हड़ताल को लेकर प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की है. जिलाधिकारी ने लेखपालों को काम पर लौटने को कहा था, जिसमें करीब दो दर्जन लेखपाल काम पर वापस लौट चुके हैं. वहीं एक लेखपाल को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है.
पिछले कई दिनों से अपनी मांगों को लेकर लेखपालों की हड़ताल जारी है. लेखपाल धरनास्थल पर बैठकर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. जिले में 10 सितंबर से लेखपाल हड़ताल पर चल रहे हैं, जिसको लेकर सरकारी कामकाज भी ठप पड़ा हुआ है. साथ ही नौकरी और अन्य योजनाओं का लाभ लेने के लिए लोगों के आवश्यक प्रमाण पत्र भी नहीं बन पा रहे हैं.
प्रशासन ने लेखपाल को किया बर्खास्त
हालांकि प्रशासन की तरफ से कई बार लेखपालों को काम पर लौटने के लिए कहा गया, लेकिन वह नहीं माने, जिसको लेकर अधिकारियों ने लेखपालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी ने लेखपाल पद पर तैनात लेखपाल संघ के प्रदेश अध्यक्ष राम मूरत यादव को नौकरी से बर्खास्त कर दिया.
सहारनपुर में लगभग 300 लेखपाल पोस्टेड हैं और सभी लेखपाल हड़ताल पर गए थे, जिसमें एसडीम के साथ एक बैठक ली गई है, जिसमें कुछ ऐसी कार्रवाई की गई, जिनमें लोगों को ब्रेक इन सर्विस और टर्मिनेट करने तक की कार्रवाई की गई है. आज जो जानकारी प्राप्त हुई है, जिसमें 26 लेखपाल वापस आ गए हैं और एक लेखपाल को टर्मिनेट किया गया है. कल लेखपालों की संख्या बढ़ेगी, जिसमें कल एसडीम व लेखपालों के बीच एक छोटी सी मीटिंग रखी गई है.
-आलोक कुमार पांडे, जिलाधिकारी