सहारनपुर: दशकों से चली आ रही सुनवाई के बाद आज सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले में ऐतिहासिक फैसला सुना दिया है. देवबंदी उलेमाओं ने सुप्रीम कोर्ट के इस ऐतिहासिक फैसले का स्वागत किया है. वहीं देवबंदी उलेमा कारी इश्हाक गौरा ने कहा कि कोर्ट का फैसला तमाम उलेमाओं को कबूल है.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत
सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले को देवबंदी उलेमाओं ने दिल से कबूला है. ईटीवी भारत के साथ बातचीत में देवबंदी उलेमा कारी इश्हाक गौरा ने कहा कि उलेमाओं ने पहले भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मानने की बात कही थी. आज भी हम माननीय सुप्रीम कोर्ट के फैसले को तहेदिल से मानने के लिए तैयार हैं.
खत्म हुआ लंबे अरसे से चल रहा मामला
दारुल उलूम देवबंद के आलीम कारी इश्हाक गौरा ने कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या विवाद पर आज ऐतिहासिक फैसला सुनाया है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले को हम दिल से कबूल करते हैं. हाईकोर्ट के बाद आज जो फैसला सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया है यह फैसला बिल्कुल सही है. खुशी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि लंबे अरसे से अयोध्या मामला चला रहा था, वो खत्म हो गया है. हम लोग मंदिर-मस्जिद में उलझ कर रह गए थे. इस फैसले के बाद अब हम अपने देश के बारे में सोचेंगे.
हिन्दू-मुस्लिम भाईचारा बना रहेगा
आलीम कारी इश्हाक गौरा ने सभी धर्मों के लोगों से अपील करते हुए कहा कि इस फैसले को स्वीकार करें और देश में अमन-शांति बनाए रखें. उन्होंने दारुल उलूम देवबंद की ओर से पक्ष रखते हुए कहा कहा कि अब जनता जागरूक हो चुकी है. उन्होंने कहा कि राम मंदिर को लेकर कुछ पार्टियां अरसे से सियासत करती आई हैं. इस फैसले के बाद अब उनका वजूद खत्म हो जाएगा और हिंदुस्तान में हिन्दू-मुस्लिम भाईचारा बना रहेगा.