सहारनपुर: शायरी की दुनिया में अलग पहचान रखने वाले मुनव्वर राणा इन दिनों अपने विवादित बयानों के चलते सुर्खियों में हैं. हाल ही में दिए अपने एक इंटरव्यू में उन्होंने उत्तर प्रदेश के उलेमा को बेईमान बताकर एक नया विवाद खड़ा कर दिया है. जिसके बाद इस्लामिक जगत में नाराजगी देखी जा रही है. देवबंदी उलेमाओं ने शायर मुनव्वर राणा के बयान की न सिर्फ आलोचना की है बल्कि माफी मांगने को नसीहत भी दी है. उलेमाओं का कहना है कि शायर मुनव्वर राणा का बयान खुद उनके लिए शर्मनाक है उनके इस बयान को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
महत्वपूर्ण बिंदु
- शायर मुनव्वर राणा ने दिया विवादित बयान.
- देवबंदी उलेमाओं ने की मुनव्वर राणा की आलोचना.
- मुनव्वर राणा को दी गई माफी मांगने की नसीहत
शायर मुनव्वर राणा ने एक इंटरव्यू में उलेमाओं के खिलाफ ऐसा बयान दिया कि इस्लामिक जगत में हलचल मच गई. उनके इस बयान की चारों तरफ आलोचना और निंदा हो रही है. देवबंदी उलेमाओं ने मुनव्वर राणा से अपना बयान वापस लेकर माफी मांगने की मांग की है. जमीयत दावतुल मुसलीमीन के संरक्षक व प्रसिद्ध आलिम मौलाना कारी इसहाक गोरा ने मुनव्वर राणा के बयान की निंदा करते हुए कहा कि उनका यह बयान खुद उनके लिए शर्मनाक है. उन्होंने किसी एक को नहीं बल्कि तमाम उलेमाओं को बुरा भला कहा है. जिसको बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है.
उन्होंने कहा कि लोगों को मुनव्वर राणासे ऐसी उम्मीद नहीं थी. जनता उनकी शायरी और उनके कलाम की बड़ी इज्जत करती थी, लेकिन उनके इस बयान ने लाखों लोगों के दिलों को ठेस पहुंचाई है. यदि उनको अपने दिए बयान पर अफसोस है तो अपना बयान वापस लेकर खुलेआम माफी मांगनी चाहिए यदि वह ऐसा नहीं करते तो हम सरकार से मांग करते हैं कि इस तरह इल्जाम लगाना गैर कानूनी है. लिहाजा कानूनी कर्रवाई की जाए. गोरा ने मुनव्वर राणा को सलाह देते हुए कहा कि बुद्धिजीवी होने का सुबूत देते हुए मुनव्वर राणा को विवदित बयानों और इल्जाम तराशी करने व बेतुके बयानों से बचना चाहिए.