सहारनपुर : आजम खान के भारत में रहने वाले मुसलमानों को खामियाजा भुगतने के बयान पर राजनीति गरमा गई है. वहीं, देवबंदी उलेमाओं ने भी सपा सांसद के बेतुके बयान की निंदा की है. देवबंदी उलेमाओं ने आजम खान के बयान को गलत करार देते हुए कहा कि हिंदुस्तान एक धर्म निरपेक्ष देश है. अपने देश को आजाद कराने में न सिर्फ हिंदू समुदाय बल्कि मुसलमानों ने भी कुर्बानियां दी हैं. आजम खान कुछ भी कहते रहें, लेकिन हिंदुस्तान हमारा मुल्क है और हमेशा रहेगा.
क्या बोले देवबंदी उलेमा
देवबंदी उलेमा मौलाना कारी मुस्तफा का कहना है कि कोई भी नेता अगर इस तरह का बयान देता है कि 1947 के बाद मुसलमान पाकिस्तान नहीं गए तो वह किसी भी सूरत में जायज नहीं है. इस लिहाज से आजम खान का यह बयान निहायत ही गलत है. हम ऐसे बयान की निंदा करते हैं. इस मुल्क की आजादी में हमारे बड़ों की कुर्बानियां रही हैं. देवबंदी उलेमाओं ने भी कुर्बानियां दी हैं. इस धरती में हमारे बुजुर्गों का खून शामिल है. हिंदुस्तान की आजादी में बेशुमार कुर्बानियां हुई हैं. यह मुल्क हमारा था हमारा है और हमारा रहेगा.
मॉब लिंचिंग पर दी प्रतिक्रिया
मॉब लिचिंग के मामले पर उन्होंने कहा कि कुछ फिरकापरस्त मुट्ठी भर लोग इस तरह की हरकत कर रहे हैं. इससे हिंदू-मुस्लिम भाईचारे में तो कड़वाहट आ रही है. हमें सरकार से पूरी उम्मीद है, क्योंकि पीएम मोदी ने सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास का नारा दिया है. हम उम्मीद करते हैं कि सरकार इन मामलों पर रोक लगाएगी और सख्ती के साथ इस पर कदम उठाएगी.