सहारनपुर: मौलाना तौकीर रजा के बयान पर देवबंद के उलेमा ने आपत्ति जताई है. उलेमा का कहना है कि उन्हें पता होना चाहिए कि अगर सुप्रीम कोर्ट कोई फैसला देता है तो उसे मनवाने की ताकत भी रखता है. सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला होगा वह सभी को मानना होगा. बता दें कि आला हजरत दरगाह के मौलाना तौकीर रजा ने कहा था कि अगर मस्जिद के हक में फैसला आ गया तो भी हम इस फैसले को तामील नहीं करा पाएंगे, इसलिए सबसे अच्छा होगा कि हिंदू-मुसलमान आपस में मिलकर भाईचारे से इसका समाधान करें.
मौलाना तौकीर रजा के बयान पर आपत्ति जताते हुए देवबंदी मौलाना कारी मुस्तफा देहलवी ने कहा है कि मौलाना तौकीर रजा साहब का बाबरी मस्जिद पर एक बयान आया. मौलाना तौकीर रजा साहब की ये अपनी खुद की राय हो सकती है. उन्होंने कहा कि मौलाना तौकीर रजा साहब को ये भी मालूम होना चाहिए कि माननीय सुप्रीम कोर्ट जब फैसला देने का हक रखती है तो माननीय सुप्रीम कोर्ट के पास फैसला मनवाने की भी ताकत है. सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आएगा वह सब के लिए मान्य होगा. जब सुप्रीम कोर्ट फैसला देगा तो उसको हम सभी को मानना होगा.