सहारनपुर: लॉकडाउन का असर मजदूर, व्यापारी और किसानों पर साफ दिख रहा है. लेकिन अब इसे देशव्यापी लॉकडाउन का असर बागवानी पर भी दिखने लगा है. लॉकडाउन के कारण सभी तरह के आयोजनों ओर समारोह पर प्रतिबंध लग गया है. जिसका सीधा असर फूल उत्पादकों पर पड़ा है. फूल उत्पादक तैयार फूलों की फसलों को तोड़कर फेंकने को मजबूर है.
![flowers is being ruined due to lockdown](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/up-sha-03-lockdown-on-flowers-vis-byte-up10033_03052020143821_0305f_1588496901_757.jpg)
100 से ज्यादा पॉली हाउस-
सहारनपुर में 100 से ज्यादा पॉली हाउस हैं, जहां फूलों की खेती की जाती है. यहां से फूल सीधा दिल्ली की फूल मंडी में सप्लाई किया जाता है. जहां से ये डेकोरेशन के लिए देश भर में भेजे जाते हैं.
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लॉकडाउन में फूलों की मांग न के बराबर-
लॉकडाउन की वजह से शादी समारोह और उत्सवों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. जिसमे फूलों की मांग न के बराबर है. ऐसे में फूल उत्पादक फूल तोड़कर कूड़े में डालने को मजबूर हैं. फूलों का स्टोरेज भी सम्भव नहीं है. फूलों को रोजाना दवाई, खाद्य, पानी, बैंक ब्याज और श्रमिकों के खर्चें ज्यों के त्यों है.
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लॉकडाउन खुलने के बाद समारोह आदि पर रोक जारी रहने की संभावना को देखते हुए फूल उत्पादकों के माथे पर चिंता की लकीरें और बढ़ गयी हैं.