सहारनपुर : सहारनपुर पुलिस ने 21 जून को किसान पर हुए जानलेवा हमले का खुलासा किया है. पुलिस ने हमले की साजिश करने वाले समेत दो सुपारी किलरों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए दोनों शूटर मेरठ के सरधना इलाके के रहने वाले हैं. पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि पीड़ित की हत्या की सुपारी देने वाला कोई ओर नहीं बल्कि उसका चचेरा भाई है. जिसने जमीन विवाद के चलते सगे ताऊ के बेटे को मरवाने की सुपारी दी थी. पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ जानलेवा हमले समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है.
पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि 'बुधवार की सुबह करीब 8 बजे हलालपुर निवासी पंकज पुंडीर पुत्र सुशील पुंडीर थाना देहात कोतवाली इलाके में ट्रेक्टर से अपने खेत जा रहे थे. इसी दौरान दो बदमाशों ने पंकज पर जान से मारने की नियत से तमंचे से फायरिंग कर दी. हमले में पंकज बाल बाल बच गए. पीड़ित पंकज ग्राम हलालपुर के जंगल में ट्रैक्टर से कूदकर शोर मचाते हुए खेत में भाग गए. शोर सुनकर आस पास के लोगों व गांव वालों ने इकट्ठा होकर दोनों बदमाशों को मौके से पकड़ लिया. पंकज पुंडीर ने थाने में तहरीर देकर इंसाफ की गुहार लगाई. पीड़ित की तहरीर के आधार पर थाना कोतवाली देहात में मुकदमा दर्ज किया गया. मौके से पकड़े गये बदमाशों के नाम वसीम पुत्र जब्बार और आरिफ पुत्र अशफाक निवासीगण ग्राम कैली थाना दौराला जनपद मेरठ है. अभियुक्तों के पास से एक देसी तमंचा, 4 कारतूस, 2 मोबाइल फोन बरामद किये गये.'
पुलिस पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि 'हमले के इस षडयंत्र करने में मेहरबान पुत्र शब्बीर निवासी हलालपुर सहारनपुर और बरकत पुत्र दौलत निवासी मिलाना जनपद मुजफ्फरनगर भी शामिल थे. गुरुवार की सुबह पुलिस ने हलालपुर में दबिश देकर मेहरबान व बरकत को उसके घर से गिरफ्तार किया है, जिसके कब्जे से 2 मोबाइल फोन बरामद किये गये. विवेचना के बाद मामले में धाराएं बढ़ाई गई हैं. मेहरबान ने पुलिस के सामने न सिर्फ अपना गुनाह कबूल कर लिया, बल्कि अपने षड्यंत्र में आनन्द पुत्र लखन सिंह निवासी हलालपुर का भी नाम उगल दिया, जिसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है.'
एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक ने बताया कि 'पुलिस हिरासत में आये वसीम और आरिफ ने पूछताछ में बताया कि अब से करीब डेढ़ महीने पहले बरकत पुत्र दौलत वसीम और आरिफ से मुलाकात कराकर पंकज का फोटो दिया और उसकी हत्या की सुपारी तीन लाख रुपये में दी थी. बतौर पेशगी दस हजार रुपये नगद दिये गए थे. उनको बताया गया था कि उसका तहेरा भाई (ताऊ का बेटा) ही उसकी हत्या कराना चाहता है. दोनों के बीच जमीन विवाद है. बरकत के कहने पर अभियुक्त वसीम और आरिफ बस में बैठकर मेरठ से 20 जून 2023 की शाम को ग्राम हलालपुर पंहुचे. जहां जंगल में बरकत ने उन्हें रुकवाया व घटना स्थल की रेकी करायी. बरकत और मेहरबान द्वारा पूछताछ के दौरान बताया गया कि पंकज के तहेरे भाई आनन्द पुत्र लखन सिंह और पंकज के पिता से पुश्तैनी जमीन को लेकर सिविल कोर्ट में विवाद चल रहा है. कोर्ट में पंकज व पंकज के पिता मुकदमा जीतने वाले हैं, जिसके बाद जमीन उनके नाम आ जायेगी. इसी बात के कारण आनन्द ने अपने नौकर मेहरबान उपरोक्त व उसके बहनोई बरकत से चर्चा कर तीन लाख रुपये में बरकत के माध्यम से पंकज की हत्या की सुपारी दी थी.' जानकारी के मुताबिक मेहरबान काफी समय से आनन्द की खेती बाड़ी की देखभाल करता है, जबकि बरकत मेहरबान का बहनोई है. पैसो के लालच में आकर वसीम, आरिफ, बरकत और मेहरबान पंकज की हत्या करने के लिये तैयार हो गये थे.