सहारनपुर: हाथरस मामले पर हिंसा भड़काने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. ईडी की शुरुआती जांच में हाथरस कांड की आड़ में जातीय हिंसा कराने के लिए 100 करोड़ की फंडिंग होना बताया जा रहा है. बीजेपी ने मॉरीशस से हुई करोड़ों की फंडिंग के लिए विपक्षी दलों पर आरोप लगाया है, जबकि कांग्रेस ने उल्टा योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
कांग्रेस विधायक नरेश सैनी ने योगी सरकार पर हाथरस कांड को दबाने के लिए फंडिंग मामला बीच में लाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार झूठ के बल पर राजनीति कर रही है. अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए विपक्षी दलों पर फंडिंग कर दंगा कराने का आरोप लगा रही है.
बता दें कि हाथरस जिले में हैवानियत के बाद दलित युवती की हुई मौत पर जहां राजनीति गरमाई हुई है. वहीं प्रवर्तन निदेशालय के दावे ने पूरे मामले में नया मोड़ ला दिया है. शुरुआती जांच में ईडी ने हाथरस कांड की आड़ में जातीय हिंसा कराने के लिए 100 करोड़ की फंडिंग होना बताया है.
वहीं कांग्रेस ने योगी सरकार पर हाथरस कांड को दबाने के लिए फंडिंग मामला बीच में लाने का आरोप लगाया है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में कांग्रेस विधायक नरेश सैनी ने कहा कि हाथरस में दलित युवती के साथ जो घटना हुई है, इसके लिए योगी सरकार जिम्मेदार है. जब से प्रदेश में बीजेपी सरकार आई है तभी से लगातार महिलाओं और बेटियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं.
कांग्रेस विधायक नरेश सैनी ने कहा कि प्रदेश में आए दिन बहु-बेटियों की इज्जत लूटी जा रही है. बेटियों के साथ हो रही बलात्कार की घटनाओं से मानवता शर्मसार हो रही है. हर रोज पूरे प्रदेश में बालात्कार की घटनाएं हो रही हैं. हाथरस की बात करें तो एक घटना का खुलास हुआ नहीं कि दूसरी घटना भी हो चुकी है. उसी जिले में एक छह साल की बच्ची को हवस का शिकार बनाया गया है.
बलात्कार की बढ़ती घटनाओं पर कांग्रेस विधायक ने कहा कि सीएम योगी सरकार चलाने में नाकाम हो रहे हैं, इसलिए उन्हें सीएम पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. उनसे शासन नहीं चल रहा है. वे केवल झूठ बोलकर विपक्ष पर अनर्गल आरोप लगाने में लगे हुए हैं. उन्होंने हाथरस घटना को लेकर राज्यपाल से योगी सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है.
फंडिंग के सवाल पर नरेश सैनी ने कहा कि फंडिंग मामले की कोई जांच नहीं हुई है. उनका आरोप है कि जांच एजेंसियां सरकार के दबाव में आकर काम कर रही हैं, जो सरकार लिख कर भेज रही है उसी तरह की जांच की जा रही है. मुझे सरकार की जांच पर संदेह है और आरोप भी लगाता हूं कि प्रदेश सरकार झूठ बोलती है. सरकार अपने ऊपर लगे आरोपों को छिपाने के लिए फंडिंग का षड्यंत्र रच रही है ताकि हाथरस कांड के बाद धूमिल हुई सरकार की छवि को साफ किया जा सके.