सहारनपुर: मंगलवार को थाना देहात कोतवाली इलाके के घुना गांव में डॉ. भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति तोड़ने के मामले में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं जाम लगाकर पथराव करने वाले 400 से ज्यादा ग्रामीणों के खिलाफ भी दो मुकदमे लिखे गए हैं. पुलिस ने थाना देहात कोतवाली में 75 नामजद और 300 से ज्यादा अज्ञात महिलाओं और पुरुषों के खिलाफ मुकदमे दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
क्या है पूरा मामला
सोमवार की देर रात घुना गांव में लगी डॉ. भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति को कुछ शरारती तत्वों ने खंडित कर दिया था. इसके बाद मंगलवार की सुबह से शाम तक गुस्साए ग्रामीणों और दलित समाज के लोगों ने दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे पर जाम लगाकर बवाल किया था.
मामला बढ़ता देख पुलिस अधिकारियों ने भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच कर न सिर्फ नई मूर्ति स्थापित कर दी थी बल्कि गुस्साई भीड़ को शांत करने का प्रयास भी किया, लेकिन भीड़ में छिपे कुछ आपराधिक किस्म के असामाजिक तत्वों ने भीड़ को भड़का कर पुलिस और वहां से गुजर रहे श्रद्धालुओं पर पथराव करा दिया, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ना पड़ा.
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एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि जाम लगा रहे लोगों की वीडियोग्राफी कराई गई थी. मूर्ति लगने के बाद भी ग्रामीणों ने हंगामा जारी रखा. इस दौरान भीड़ ने पथराव कर दिया. पथराव में कई पुलिस कर्मी और शाकम्भरी देवी जाने वाले आधा दर्जन श्रद्धालु भी चोटिल हो गए थे.
उन्होंने बताया कि पुलिस ने मूर्ति को खंडित करने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था. भीड़ को समझाने का भी प्रयास किया गया, लेकिन भीड़ ने पुलिस अधिकारियों की एक न सुनी और लाठी-डंडे लेकर बवाल करती रही. किसी तरह पुलिस ने बल प्रयोग कर भीड़ को खदेड़कर जाम खुलवाया.
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पुलिस ने जाम लगाकर हंगामा करने वाले 75 नामजद और 300 से ज्यादा अज्ञात महिला पुरुषों के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज किए हैं. वीडियो फुटेज के आधार पर सबकी पहचान की जा रही है. पहचान होने के बाद सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा.
-दिनेश कुमार पी, एसएसपी