सहारनपुर: बीजेपी सहकारिता प्रकोष्ठ के सह संयोजक के कोविड किट और सफाई किट की खरीद फरोख्त में घोटाले के आरोप के बाद जहां जिला प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है, वहीं बुढ़ाना से बीजेपी विधायक उमेश मलिक ने जांच के बाद कार्रवाई की बात कही है. उमेश मलिक ने न सिर्फ किट घोटाले की जांच की मांग की है, बल्कि आरोपी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की है. इतना ही नहीं, उन्होंने कोविड और सफाई किट के साथ कोरोना सम्बन्धित योजनाओं में धांधली की भी आशंका जताई है.
बीजेपी विधायक उमेश मलिक का कहना है कि अधिकारी कोविड को लेकर अनियमितताएं कर रहे हैं, जिसकी शिकायत मुख्यमंत्री से की जाएगी और उनके खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी. उमेश मालिक चश्मा वितरण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि आए हुए थे.
ईटीवी भारत से बातचीत में बुढ़ाना विधानसभा क्षेत्र से विधायक उमेश मालिक ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन हर्षोल्लास से मनाया गया. इस अवसर पर पूरे सप्ताह को भाजपा कार्यकर्ताओं ने सेवा सप्ताह के रूप में मनाया. जगह-जगह कार्यक्रम कर न सिर्फ रक्तदान शिविर लगाए गए, बल्कि दिव्यांगों को उपकरण भी बांटे गए. वहीं सहारनपुर महानगर में गरीब असहाय लोगों की आंखों की जांच कराकर उन्हें चश्मे वितरित किए गए.
उमेश मलिक ने कहा कि बीजेपी का उद्देश्य समाज की सेवा और देश में विकास करना है, जबकि दूसरे राजनीतिक दल राजनीति के माध्यम से समाज के बीच में जाते हैं. भारतीय जनता पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्ता समाज के बीच में रहकर सेवा करता है. उन्होंने बताया कि महानगर अध्यक्ष राकेश जैन के नेतृत्व में ब्लड डोनेशन का कैंप लगाया गया और कार्यकर्ताओं ने 70 मिनट में 70 यूनिट रक्तदान किया. आज चश्मा वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया है. डॉक्टरों की टीम आंखों की जांच कर रही है. लगभग समाज के 400 से 500 लोगों को चश्मे वितरित किए गए हैं.
बीजेपी नेता रामपाल पुंडीर ने कोविड और सफाई किट की खरीद फरोख्त में घोटाले का आरोप लगाया है. उनका आरोप है कि 2,800 की सफाई किट 5,600 और 2,190 की कोविड किट के लिए 5,800 रुपये के बिल वसूले गए हैं, जिससे जिले भर में बड़ा घोटाला किया गया है. उन्होंने ये सभी आरोप जिले के अधिकारियों पर लगाए हैं.
प्रदेश में कोविड और सफाई किट घोटाले के सवाल पर विधायक उमेश मलिक ने कहा कि उत्तर प्रदेश के प्रशासनिक अधिकारी अनियमितता करते हैं और आज भारतीय जनता पार्टी सत्ता में है. यह पार्टी के छोटे कार्यकर्ता से लेकर बड़े कार्यकर्ता की जिम्मेदारी है कि जो कोरोना से सम्बन्धित कार्यक्रम चल रहे हैं, उन पर नजर रखे और अगर कोई प्रशासनिक अधिकारी अनियमितता करेगा, गलत काम करेगा तो निश्चित रूप से उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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ईटीवी भारत के सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर कोई घोटाले का आरोप लगाया जा रहा है तो उसकी जांच कराई जाएगी. जांच में जो दोषी पाया जाएगा, उसके ऊपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.