सहारनपुर: जिले के किसान सिंचाई विभाग की कार्यशैली का काफी नाराज हैं. राजबाहों में पानी न छोड़े जाने से किसान सिंचाई करने से वंचित हैं. बार-बार गुहार लगाने के बाद भी पानी न छोड़े जाने से गुस्साए किसानों ने पूर्वी यमुना नहर को बंद कर दिया.
दरअसल, यूपी-हरियाणा सीमा पर स्थित हथनीकुंड बैराज से हरियाणा व यूपी में दो नहरे निकाली गई हैं. एक नहर पूर्वी यमुना नहर जो यूपी की ओर निकाली गई है, जबकि दूसरी नहर पश्चिमी यमुना नहर हरियाणा की ओर निकाली गई है. यूपी की ओर निकलने वाली पूर्वी यमुना नहर से जुड़े राजबाहों में पानी नहीं छोड़ा जा रहा है, जिससे किसानों को सिंचाई करने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
आलमपुर रजबाहे में पानी न छोड़े जाने से गुस्साए दर्जनों किसान शुक्रवार को पूर्वी यमुना नहर पहुंचे और पत्थर, मिट्टी के कट्टे आदि से नहर बंद कर राजबाहों में पानी चालू कर दिया. सूचना मिलने पर सिंचाई विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और किसानों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन किसान नहीं माने.
किसानों का कहना था कि राजबाहों में पानी न आने से आलमपुर, अमादपुर, साढौली भुड़, साढौली कदीम, सलेमपुर, घगरौली, रसूलपुर, आदि दर्जनों गांवों के किसान सिंचाई को तरस रहे हैं, जिससे उनकी फसल प्रभावित हो रही है. जब इस बारे में सिंचाई विभाग के अधिकारियों से बात की गई तो जिलेदार मोहम्मद तौफीक ने बताया कि हथनीकुंड बैराज से पूर्वी यमुना नहर में पानी नहीं छोड़ा जा रहा है, जिस कारण राजबाहों में पानी नहीं छोड़ा जा सकता.