सहारनपुर: लोगों को जाम से निजात दिलाने के लिए नगर निगम ने सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों के बाहर खड़ी होने वाली एम्बुलेंस को हटाकर जिला अस्पताल के पीछे भेज दिया है. बावजूद इसके बाजोरिया रोड पर जाम कम नहीं होता दिख रहा है. अस्पतालों के बाहर खड़ी निजी कारें और बाइकों ने सड़क पर कब्जा किया हुआ है. एम्बुलेंस हटने के बाद भी राहगीरों को जाम से जूझना पड़ रहा है.
नगर आयुक्त ज्ञानेंद्र सिंह ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि बाजोरिया रोड पर हमेशा भीड़-भाड़ और जाम की स्थिति बनी रहती थी. इसके चलते कई घंटे तक जाम लगा रहता था और मरीज जाम में फंस जाते थे. इन सबके चलते नगर निगम ने सभी एम्बुलेंस को बाजोरिया मार्ग से हटाकर नई जगह जिला अस्पताल के पीछे दे दी है, जहां सड़क किनारे फल सब्जियों की रेहड़ी लगाने वालों को भी वेंडिंग जोन बनाकर स्थापित किया जा रहा है.
नगर आयुक्त ने बताया कि वेंडिंग जोन में ही सभी प्राइवेट एम्बुलेंस खड़ी रहेंगी. यदि कोई एम्बुलेंस प्रतिबंधित इलाके में सड़क किनारे खड़ी मिलती है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही जुर्माना भी लगाया जाएगा. वहीं एम्बुलेंस एसोसिएशन नगर निगम के इस फैसले से संतुष्ट नहीं है.
एम्बुलेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहम्मद मुर्तजा का कहना है कि एम्बुलेंस इमरजेन्सी सेवाओं का काम कर रही है. उन्हें अस्पतालों के आसपास ही जगह मिलनी चाहिए, जिससे गंभीर मरीज को हायर सेंटर ले जाने के लिए जल्द से जल्द एम्बुलेंस उपलब्ध हो जाए. लेकिन नगर निगम के आदेश पर 2 किलोमीटर दूर जगह दी गई है.
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मोहम्मद मुर्तजा ने कहा कि इमरजेंसी की स्थिति में मरीज तक एम्बुलेंस के पहुंचने में 20 से 30 मिनट का समय लगता है और देरी होने पर गंभीर मरीज की जान भी जा सकती है. इसलिए कम से कम दो गाड़ियों के लिए अस्पतालों के आसपास जगह दी जाए, ताकि गंभीर मरीजों की जान बचाई जा सके.