सहारनपुर: जिले में कोतवाली मंडी क्षेत्र में फल बेचने वाले खाताखेड़ी निवासी 65 वर्षीय मोहम्मद इस्लाम के सीने में अचानक दर्द हुआ. वह जमीन पर गिर गए. आसपास मौजूद लोगों ने पुलिस को तुरंत सूचना दी. इंस्पेक्टर बबलू कुमार मौके पर पहुंचे. उन्होंने तुरंत सॉर्बिट्रेट 5mg की गोली मोहम्मद इस्लाम को दी. इस दवा से उनको राहत मिली और उनकी जान बच गई.
'दिल से दिल मिला' योजना की शुरुआत
उत्तर प्रदेश में शायद यह पहला मामला है. जब पुलिस की गोली ने किसी की जान बचाई है. सहारनपुर एसएसपी दिनेश कुमार पी ने पिछले हफ्ते जिले में 'दिल से दिल मिला' योजना शुरू की थी. इस योजना के तहत सभी पुलिसकर्मियों को बाकायदा ट्रेनिंग दी गई थी और सभी थाने आदि पर सॉर्बिट्रेट टेबलेट्स उपलब्ध कराई गई थी.
पुलिसकर्मियों को दी गई ट्रेनिंग
अभी तक पुलिसकर्मियों ने ट्रेनिंग के दौरान 9mm की गोली चलाना सिखा था, लेकिन इस ट्रेनिंग में पुलिसकर्मियों को 10mg की सॉर्बिट्रेट की गोली का इस्तेमाल करना सिखाया गया. इस ट्रेनिंग में पुलिसकर्मियों को बताया गया था कि उन्हें जान बचाने वाली यानी जीवन देने वाली 10mg की गोली को कैसे इस्तेमाल करना है.
दी जाती है सॉर्बिट्रेट की गोली
ट्रेनिंग में पुलिसकर्मियों को बताया गया था कि यदि उनके पास कोई ऐसा मामला आता है, जिसमें व्यक्ति को हार्ट अटैक आया हो, चक्कर आया हो तो प्रथम उपचार दिलाने से पहले उस व्यक्ति की जीभ के नीचे सॉर्बिट्रेट 5mg या 10mg की गोली रखनी होती है. ऐसा करने से उस व्यक्ति को तुरंत राहत मिलती है और अस्पताल तक पहुंचने का समय मिल जाता है.
पुलिसकर्मी ने बचाई जान
एसएसपी की इस पहल का असर पहले सप्ताह में ही दिखाई दिया. इसी सप्ताह में यह प्रोग्राम पुलिस महकमे में शुरू हुआ था और पहले सप्ताह में ही कोतवाली मंडी प्रभारी बबलू कुमार ने जान बचाने वाली गोली का इस्तेमाल करके एक 65 वर्षीय बुजुर्ग व्यापारी की जान बचाई.
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