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सहारनपुर: मंडल में PFI के 26 सदस्य गिरफ्तार, फंडिंग पर जांच

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Published : Feb 5, 2020, 4:26 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में 26 PFI सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है.

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धरने में फंडिंग की हो रही जांच पड़ताल

सहारनपुर: दिल्ली के शाहीन बाग, लखनऊ और देवबंद समेत कई जगहों पर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ धरना प्रदर्शन हो रहे हैं. पश्चिम उत्तर प्रदेश में सिमी के बाद PFI संगठन भी शक्रिय हो गया है. सहारनपुर मंडल की बात करें तो तीनों जिलों से 26 PFI सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है.

फतवों की नगरी देवबंद में चल रहे आंदोलन में फंडिंग की सूचना पर गंभीरता से जांच की जा रही है, जबकि सहारनपुर में 6 PFI के सदस्य होने की सूचना है. इस मामले में उन सबकी जांच की जा रही है. जांच के बाद संदिग्ध पाए जाने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई के आदेश मंडल के सभी थानों को दे दिए गए हैं.

धरने में फंडिंग की हो रही जांच पड़ताल
6 PFI कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर जेल भेजा
ईटीवी भारत से बातचीत में डीआईजी सहारनपुर उपेंद्र कुमार अग्रवाल ने बताया कि नागरिकता संशोधन कानून और NRC के विरोध में जगह धरना प्रदर्शन हुए हैं. मुजफ्फरनगर और शामली जिलों में कई स्थानों पर प्रदर्शन के दौरान हिंसा हो गई थी. इसके चलते संदिग्ध लोगों के खिकाफ विभिन्न थानों में मुकदमे दर्ज किए गए थे. मुकदमों में वांछित चल रहे लोगों की जांच की गई तो ज्यादातर लोग PFI के कार्यकर्ता पाए गए.

शामली जिले से 20 और मुजफ्फरनगर में 6 PFI कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है, जबकि पांच कार्यकर्ता अभी फरार चल रहे हैं. इनके अलावा और संदिग्धों की जांच की जा रही है. CAA के विरोध में इनकी भूमिका मिलती है तो इसके आधार पर कार्रवाई की जा रही है. मंडल के सभी जिलों के थानों को PFI सदस्यों को लेकर अलर्ट पर रखा गया है.

धरने प्रदर्शन में फंडिंग की जानकारी
देवबंद में चल रहे मुस्लिम महिलाओं के आंदोलन के सवाल पर डीआईजी उपेंद्र कुमार अग्रवाल ने बताया कि जनपद सहारनपुर में करीब 6 PFI के कार्यकर्ताओं की जानकारी आई है. फिलहाल उन सबकी जांच की जा रही है क्योंकि अभी तक उनके खिलाफ कोई साक्ष्य नही हैं. बावजूद इसके सभी ऐंगल से उनकी जांच के निर्देश दिए गए हैं.

वहीं आंदोलन में फंडिंग होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि धरने प्रदर्शन में फंडिंग की जो भी जानकारी मिल रही है उन्हें पुलिस मुख्यालय से शेयर की जा रही है. अवैध तरीके से आयी फंडिंग की भी जांच की जा रही है. फंडिंग को लेकर कोई सबूत मिलते हैं तो ऐसे लोगों के खिलाफ भी कानूनी तौर पर कार्रवाई की जाएगी.

इसे भी पढ़ें- भारत की सबसे बड़ी रक्षा प्रदर्शनी आज से, 40 देशों के रक्षा मंत्री करेंगे शिरकत

सहारनपुर: दिल्ली के शाहीन बाग, लखनऊ और देवबंद समेत कई जगहों पर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ धरना प्रदर्शन हो रहे हैं. पश्चिम उत्तर प्रदेश में सिमी के बाद PFI संगठन भी शक्रिय हो गया है. सहारनपुर मंडल की बात करें तो तीनों जिलों से 26 PFI सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है.

फतवों की नगरी देवबंद में चल रहे आंदोलन में फंडिंग की सूचना पर गंभीरता से जांच की जा रही है, जबकि सहारनपुर में 6 PFI के सदस्य होने की सूचना है. इस मामले में उन सबकी जांच की जा रही है. जांच के बाद संदिग्ध पाए जाने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई के आदेश मंडल के सभी थानों को दे दिए गए हैं.

धरने में फंडिंग की हो रही जांच पड़ताल
6 PFI कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर जेल भेजा
ईटीवी भारत से बातचीत में डीआईजी सहारनपुर उपेंद्र कुमार अग्रवाल ने बताया कि नागरिकता संशोधन कानून और NRC के विरोध में जगह धरना प्रदर्शन हुए हैं. मुजफ्फरनगर और शामली जिलों में कई स्थानों पर प्रदर्शन के दौरान हिंसा हो गई थी. इसके चलते संदिग्ध लोगों के खिकाफ विभिन्न थानों में मुकदमे दर्ज किए गए थे. मुकदमों में वांछित चल रहे लोगों की जांच की गई तो ज्यादातर लोग PFI के कार्यकर्ता पाए गए.

शामली जिले से 20 और मुजफ्फरनगर में 6 PFI कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है, जबकि पांच कार्यकर्ता अभी फरार चल रहे हैं. इनके अलावा और संदिग्धों की जांच की जा रही है. CAA के विरोध में इनकी भूमिका मिलती है तो इसके आधार पर कार्रवाई की जा रही है. मंडल के सभी जिलों के थानों को PFI सदस्यों को लेकर अलर्ट पर रखा गया है.

धरने प्रदर्शन में फंडिंग की जानकारी
देवबंद में चल रहे मुस्लिम महिलाओं के आंदोलन के सवाल पर डीआईजी उपेंद्र कुमार अग्रवाल ने बताया कि जनपद सहारनपुर में करीब 6 PFI के कार्यकर्ताओं की जानकारी आई है. फिलहाल उन सबकी जांच की जा रही है क्योंकि अभी तक उनके खिलाफ कोई साक्ष्य नही हैं. बावजूद इसके सभी ऐंगल से उनकी जांच के निर्देश दिए गए हैं.

वहीं आंदोलन में फंडिंग होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि धरने प्रदर्शन में फंडिंग की जो भी जानकारी मिल रही है उन्हें पुलिस मुख्यालय से शेयर की जा रही है. अवैध तरीके से आयी फंडिंग की भी जांच की जा रही है. फंडिंग को लेकर कोई सबूत मिलते हैं तो ऐसे लोगों के खिलाफ भी कानूनी तौर पर कार्रवाई की जाएगी.

इसे भी पढ़ें- भारत की सबसे बड़ी रक्षा प्रदर्शनी आज से, 40 देशों के रक्षा मंत्री करेंगे शिरकत

Intro:सहारनपुर : दिल्ली के शाहीन बाग, लखनऊ और देवबंद समेत कई जगहों पर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ धरने प्रदर्शन हो रहे है। पश्चिम उत्तर प्रदेश में सिमी के बाद PFI संगठन भी शक्रिय हो गया है। सहारनपुर मंडल की बात करे तो तीनों जिलों से 26 PFI सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। फतवो की नगरी देवबंद में चल रहे आंदोलन में फंडिंग की सूचना पर गंभीरता से जांच की जा रही है। जबकि सहारनपुर में आधा दर्जन PFI के सदस्य होने की सूचना है। उन सबकी जांच की जा रही है जांच के बाद जो संदिग्द पाए जाने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्यवाई के आदेश मंडल के सभी थानों को दे दिए हैं।



Body:VO 1 - ईटीवी भारत से EXCLUISVE बातचीत में डीआईजी सहारनपुर उपेंद्र कुमार अग्रवाल ने बताया कि नागरिकता संशोधन कानून और NRC के विरोध में जगह धरने प्रदर्शन हुए है। मुजफ्फरनगर और शामली जिलों में कई स्थानों पर प्रदर्शन के दौरान हिंसा हो गई थी। जिसके चलते संदिग्द लोगो के खिकाफ विभिन्न थानों में मुकदमे दर्ज किए गए थे। मुकदमों में वांछित चल रहे लोगो की जांच की गई तो ज्यादातर लोग PFI के कार्यकर्ता पाए गए। शामली जिले से 20 और मुजफ्फरनगर में 6 PFI कार्यकर्ताओ को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है जबकि पांच कार्यकर्ता अभी फरार चल रहे है। इसनके अलावा और संदिग्दो की जांच की जा रही है। CAA के विरोध में इनकी भूमिका मिलती है तो इसके आधार पर कार्यवाई की जा रही है। मंडल के सभी जिलों के थानों को PFI सदस्यों को लेकर अलर्ट पर रखा गया है।

देवबंद में चल रहे मुस्लिम महिलाओं के आंदोलन के सवाल पर डीआईजी उपेंद्र कुमार अग्रवाल ने बताया कि जनपद सहारनपुर में करीब आधा दर्जन PFI के कार्यकर्ताओं की जानकारी आई है। फिलहाल उन सबकी जांच की जा रही है। क्योंकि अभी तक उनके खिलाफ कोई साक्ष्य नही है। बावजूद इसके सभी ऐंगल से उनकी जांच के निर्देश दिए गए हैं। वहीं आंदोलन में फंडिंग होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि धरने प्रदर्शन में फंडिंग की जो भी जानकारी मिल रही है उन्हें पुलिस मुख्यालय से शेयर की जा रही है। अवैध तरीके से आई फंडिंग की भी जांच की जा रही है। फंडिंग को लेकर कोई सबूत मिलते है तो ऐसे लोगो के खिलाफ़ भी कानूनी तौर पर कार्यवाई की जाएगी।

बाईट - रोशन लाल सैनी
सहारनपुर
9121293042
9759945153


Conclusion:
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST
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