रामपुरः जनपद में पिछले दिनों एक परिवार को आईएसआईएस (ISIS) की ओर से भेजे गए धमकी पत्र का पुलिस ने शुक्रवार को खुलासा कर दिया है. यह पत्र किसी ने नहीं बल्कि परिवार के ही एक युवक ने भेजा था. पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार शुक्ला ने पकड़े गए युवक के बारे में जो खुलासा किया है, वह चौंकाने वाला है.
पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार शुक्ला ने बताया कि 21 जुलाई को कुलदीप ठाकुर और उनके चाचा भानु प्रताप और गीता के नाम से एक आईएसआईएस का झंडा गिफ्ट पैकिंग बना करके अनवा गांव के कुलदीप सिंह के घर पर डाल दिया गया था. इसमें एक पत्र भी था, जिसमें लिखा गया था कि तुम्हारे परिवार पर हमारी निगाहें है. हम तुम्हारे सब परिवार को उड़ा देंगे, नहीं तो वह पेनड्राइव और नक्शा हमारे आदमियों को पहुंचा दो. एसपी ने बताया कि इस धमकी भरे पत्र को इस तरह से प्रोजेक्ट किया गया था कि कोई आतंकवादी संगठन ने ही भेजा है.
इस घटना के बाद आईबी एटीएस के साथ पुलिस पूरी टीम जांच में लग गई थी. पुलिस अधीक्षक ने कहा, हमारी पूरी टीम मेहनत तो कर रही थी लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही थी. एसपी अशोक कुमार ने बताया कि इसी दौरान 9 अगस्त को फिर आईएसआईस की ओर से धमकी भरे पत्र कुलदीप के घर के बाहर डाल दिए गए. इन दोनों पत्र की हैंडराइटिंग एक जैसी थी. इसके बाद परिवार पर जांच का दायरा बढ़ा दिया गया. इस जांच पड़ताल में भानु प्रताप सिंह के बेटे अवनेश सिंह की कॉपी चेक की गई तो धमकी भरे पत्र से राइटिंग मैच हो गई. इसके बाद गुरुवार को अवनेश को गिरफ्तार कर लिया गया.
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एसपी ने बताया कि अवनेश यूपीएससी परीक्षा की तैयार एक कोचिंग के माध्यम से ऑनलाइन कर रहा है. अवनेश को इसी दौरान जानकारी मिली कि आईएस में लैटरल एंट्री शुरू हो गई है. आरोपी हरनेश ने पूछताछ में बताया कि वह लेटरल आईएस बनने के लिए उसने प्लान बनाया कि वह कोई ऐसा कारनामा कर दे कि भारत सरकार पूरे परिवार को पहचान ले. इसके बाद हमारे हीरो एग्जाम को एडमिट कर ले. एक्नॉलेज करने और मुझे लैटरल एंट्री मिल जाए.
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