रामपुर: जामा मस्जिद में गुरुवार को काफी तादाद में महिलाएं पहुंची और धरने पर बैठ गईं. महिलाओं के हाथों में तख्तियां थी, जिस पर लिखा था कि उनके बेगुनाह बच्चों को रिहा किया जाए.
रामपुर में 21 दिसंबर को नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (NRC) के विरोध में हुए विरोध प्रदर्शन में एक युवक की गोली लगने से मौत हो गई थी. कई घायल भी हुए थे. इस मामले पर पुलिस ने 100 से ज्यादा नामजद लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. अब उन लोगों के परिजन अपने बच्चों को बेकसूर बताते हुए उनकी रिहाई की मांग कर रहे हैं.
वहीं धर्मगुरु सैयद फैजान मियां ने बेगुनाहों की रिहाई के लिए गुरुवार को जिलाधिकारी से मुलाकात की. उन्होंने उनको आश्वासन दिया है कि जो भी बेगुनाह हैं, उनको छोड़ दिया जाएगा. सैयद फैजान ने कहा कि हमारी यही मांग है कि जो बेकसूर लोग हैं, उन्हें इंसाफ मिलना चाहिए. चाहे वह इस दुनिया में हैं या नहीं हैं.
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महिलाओं के धरना प्रदर्शन के सवाल पर फैजान मियां ने कहा कि मेरी सभी से यही गुजारिश है कि शहर के अमन-चैन को खराब न करें. सभी सब्र से काम लें और जो भी बेगुनाह है, उन्हें जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि उन्हें छोड़ देंगे.