रामपुर: सपा सांसद आजम खां के मुकदमों में एसआईटी जांच कर रही है. बता दें अभी दो दिन पहले भी एसआईटी ने बयान दर्ज करने के लिए आजम खां को महिला थाने बुलाया था और बुधवार को फिर आजम खां, उनकी पत्नी और बेटे अब्दुल्लाह आजम को थाने बुलाया गया. आज आजम खां अपने परिवार संग महिला थाने बयान दर्ज कराने पहुंचे.
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परिवार संग बयान दर्ज कराने पहुंचे आजम खां
सपा सांसद आजम खां की मुश्किलें दिन-प्रतिदिन बढ़ती नजर आ रही हैं. जब से आजम खां ने मौलाना मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी बनवाई है, तब से आजम खां की मुश्किलें कुछ ज्यादा ही बढ़ गई हैं. जी हां आजम खान की जौहर यूनिवर्सिटी के बराबर आलिया गंज गांव है. उस गांव के लगभग 27 किसानों ने आजम खां के खिलाफ थाना अजीम नगर में जमीन कब्जा करने के मुकदमे दर्ज कराए हैं. उन्हीं मामलों पर बयान दर्ज कराने बुधवार को आजम खां अपनी पत्नी तंजीन फातिमा और विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ एसआईटी टीम के सामने पेश हुए.
सपा सांसद ने कहा
एसआईटी के सामने अपने बयान देकर जब आजम खां बाहर निकले तो उन्होंने पुलिस प्रशासन पर जमकर प्रहार किया. आजम खां ने कहा कि हमने एक हफ्ते का समय मांगा था. टीम ने हमसे डिटेल मांगी थी. ट्रस्ट के पेपर, रजिस्ट्री, चेक, ड्राफ्ट, पैसा कहां से आया, जबकि इन चीजों से चार बीघा जमीन का कोई लेना देना नहीं है.
आजम खां ने कहा कि बस हमे देश में अपमानित करने के लिए, हमारी छवि खराब करने के लिए और लोकसभा चुनाव जीतने की सजा देने के लिए हमे प्रताड़ित किया जा रहा है. हम तो यह आज्ञा चाहते हैं कि हम यहीं पर एक छोटा टाट का टुकड़ा बिछाकर यहीं पर बैठ जाएंगे, हमारा बेटा और हमारी बीवी सब लोग यहीं सो जाएंगे. जब तक हमारा इंटेरोगेशन करना है, मालूमात करना है, तब तक हम यहीं रह जाते हैं.
सपा सांसद आजम खां ने कहा कि हमारी लड़ाई न धर्म की है और न नफरत की है. हमने शिक्षा के क्षेत्र में काम किया है. इसके अलावा हमारी कोई और बड़ी कामना भी नहीं है. हम सरकारों से अपेक्षा करते हैं कि वह हमारे शैक्षिक संस्थानों को बर्बाद न करे.