रामपुर: सपा विधायक अब्दुल्ला आजम खां को गुरुवार सुबह पुलिस ने हिरासत में लिया था. अब्दुल्ला आजम के साथ-साथ उनके समर्थकों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया था. इस दौरान सपा समर्थकों की पुलिस से काफी नोकझोंक भी हुई. पुलिस की कई गाड़ियों में भरकर अब्दुल्ला आजम और उनके समर्थकों को ले जाया गया था. इसके बाद उनको शहर के अलग-अलग हिस्सों में घुमाकर छोड़ दिया गया. अब्दुल्ला आजम जिस पुलिस की गाड़ी में बैठे थे. उसको लाकर उनके आवास पर रोका गया, लेकिन अब्दुल्लाह आजम नहीं उतरे. उनका कहना था कि जब तक हमारी कुछ शर्तें पूरी नहीं होंगी, तब तक मैं नहीं उतरूंगा.
यूं चलता रहा ड्रामा -
- अब्दुल्ला आजम को हिरासत में लेने के बाद उनको वापस उनके घर पर छोड़ा गया.
- अब्दुल्ला आजम अपने समर्थकों के साथ ट्रक में ही बैठे रहे और ट्रक से ही उन्होंने समर्थकों को संबोधित किया.
- उनका कहना था, हम गिरफ्तारी देंगे जब तक हमारी कुछ शर्तें प्रशासन नहीं मानेगा. हम एक ज्ञापन भी देंगे.
- अब्दुल्ला आजम उन्नाव रेप पीड़िता को न्याय दिलाने की भी मांग कर रहे थे.
अब्दुल्लाह आजम ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन अपर जिलाधिकारी रामभरत तिवारी को दिया. ज्ञापन में उनकी मांग थी कि पुलिस बिना सर्च वारंट के यूनिवर्सिटी में नहीं जाएगी. इसके अलावा जो कर्मचारी वहां से गिरफ्तार किए गये हैं, उनको छोड़ा जाए. अब्दुल्ला आजम और उनके समर्थक ज्ञापन देने के बाद ट्रक से उतरे.