रामपुर : जनपद में एक मेडिकल स्टोर संचालक की हालत एकाएक बिगड़ गई. उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया जहां से मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया. मेडिकल काॅलेज में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. परिवार वालों ने बताया कि हाल ही में कोरोना वैक्सीन लगवाया था. बाद में उनकी तबियत खराब हो गई.
जनपद रामपुर की तहसील स्वार के धनोरा गांव निवासी विनोद कुमार मेडिकल स्टोर संचालक थे. 26 जुलाई को उन्होंने गांव में ही एक कैंप में कोरोना वेक्सीन लगवाई थी. इसके कुछ ही समय बाद उनकी तबियत बिगड़ गई. सरकारी अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया.
रामपुर जिला अस्पताल से भी टीएमयू मेडिकल कॉलेज मुरादाबाद रेफर कर दिया गया जहां उनका उपचार चल रहा था. शनिवार शाम पांच बजे उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई. पीड़ित परिजन टीएमयू मेडिकल कॉलेज मुरादाबाद से शव को रामपुर ले आए और यहां वे पोस्टमार्टम कराने की जिद पर अड़े रहे.
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वहीं, विनोद कुमार के साले सतवीर मौर्य ने बताया कि उनके बहनोई स्वार तहसील के धनोरा गांव में रहते हैं. उनके गांव के प्राथमिक विद्यालय में कैंप लगा था जहां उन्होंने 26 जुलाई को दो बजे टीका लगवाया था. उसके बाद वे घर आए.
घर आने के आधा घंटे बाद वह बेहोश होकर गिर गए. उन्हें सीएससी स्वार लेकर जाया गया जहां से उन्हें सीधे रामपुर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. जब रामपुर जिला अस्पताल लेकर पहुंचे तो वहां भी उन्होंने बिना उपचार के ही टीएमयू मेडिकल कॉलेज मुरादाबाद के लिए रेफर कर दिया.
26 जुलाई को टीएमयू एडमिट कराया गया जहां उन्हें आईसीयू में वेंटिलेटर पर रखा गया. शनिवार को टीएमयू के डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया. सतवीर ने बताया उनके जीजा वैक्सीन लगवाने से पहले एकदम स्वस्थ थे. परिवार वालों ने शव का पीएम कराने की मांग की. आरोप लगाया कि डीएम इसकी अनुमति नहीं दे रहे हैं. बताया कि डीएम कह रहे हैं कि उनकी मौत मुरादाबाद में हुई है. पोस्टमार्टम वहीं कराना होगा.