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रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए उत्तराखंड की 28 पवित्र नदियों का जल रामपुर से अयोध्या रवाना - रामलला प्राण प्रतिष्ठा

अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला अपने गर्भ गृह में विराजमान हो जाएंगे. प्राण प्रतिष्ठा के लिए उत्तराखंड की 28 पवित्र नदियों का जल (Pran Pratistha River Water) अयोध्या पहुंचाया जा रहा है.

28 पवित्र नदियों का जल अयोध्या ले जाया जा रहा है.
28 पवित्र नदियों का जल अयोध्या ले जाया जा रहा है.
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 14, 2024, 10:50 AM IST

28 पवित्र नदियों का जल अयोध्या ले जाया जा रहा है.

रामपुर : अयोध्या में भगवान रामलला की 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होनी है. भगवान की विग्रह प्रतिमा के अभिषेक के लिए देवभूमि उत्तराखंड की 28 पवित्र नदियों का जल अयोध्या भेजा जा रहा है. चार धाम गंगोत्री यमुनोत्री गंगा, अलकनन्दा, भागीरथी, विष्णु गंगा, मंदाकिनी, यमुना, राम गंगा, गोरी गंगा, काली गंगा, कोसी, पिंडर नदी आदि का जल पूजन के समय काम आएगा. यह जल रविवार को रामपुर की पौराणिक सिद्ध पीठ माता बाल सुंदरी मंदिर पिपली वन पहुंचा. यहां उत्तराखंड के काशीपुर बाली चैती माता बाल सुंदरी के स्थान पर संतों ने माता का आशीर्वाद लिया. इसके बाद अयोध्या के लिए रवाना हो गए.

श्री पंचनाम जूना अखाड़ा के सचिव मोहन भारती महाराज ने मीडिया से बातचीत में बताया कि पूरे उत्तराखंड के सारे पौराणिक तीर्थों के जल को अयोध्या लेकर जाया जा रहा है. जूना अखाड़े की छड़ी यात्रा पिछले माह संपन्न हुई थी. चारों धाम ब बंद हुए थे तो उसके पहले ही जल इकट्ठा कर लिया गया था. इसके बाद इन्हें लेकर अयोध्या जाया जा रहा है. ये जल प्राण प्रतिष्ठा के दौरान अभिषेक के समय काम आएंगे. जूना अखाड़ा के साधु इसे लेकर अयोध्या जा रहे हैं.

प्रयागराज कुंभ मेला प्रभारी मोहन भारती ने बताया कि भगवान राम घाट घाट में व्याप्त हैं. सारी नदियों का पवित्र जल, तीर्थो की मिट्टी भी अयोध्या जा रही है. जन-जन के लिए उल्लास का अवसर है. ऐसा अवसर पूरी जिंदगी में नहीं आया होगा. भगवान राम अपने भव्य मंदिर में विराजमान होने जा रहे हैं. राम भक्त काफी उत्साहित हैं. पूरा देश इस दिन दीपावली मनाएगा.

यह भी पढ़ें : रामनगरी में इस दुकान की रबड़ी खाते हैं रामलला, पीते हैं दूध, 65 साल से कायम है परंपरा, पढ़िए डिटेल

28 पवित्र नदियों का जल अयोध्या ले जाया जा रहा है.

रामपुर : अयोध्या में भगवान रामलला की 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होनी है. भगवान की विग्रह प्रतिमा के अभिषेक के लिए देवभूमि उत्तराखंड की 28 पवित्र नदियों का जल अयोध्या भेजा जा रहा है. चार धाम गंगोत्री यमुनोत्री गंगा, अलकनन्दा, भागीरथी, विष्णु गंगा, मंदाकिनी, यमुना, राम गंगा, गोरी गंगा, काली गंगा, कोसी, पिंडर नदी आदि का जल पूजन के समय काम आएगा. यह जल रविवार को रामपुर की पौराणिक सिद्ध पीठ माता बाल सुंदरी मंदिर पिपली वन पहुंचा. यहां उत्तराखंड के काशीपुर बाली चैती माता बाल सुंदरी के स्थान पर संतों ने माता का आशीर्वाद लिया. इसके बाद अयोध्या के लिए रवाना हो गए.

श्री पंचनाम जूना अखाड़ा के सचिव मोहन भारती महाराज ने मीडिया से बातचीत में बताया कि पूरे उत्तराखंड के सारे पौराणिक तीर्थों के जल को अयोध्या लेकर जाया जा रहा है. जूना अखाड़े की छड़ी यात्रा पिछले माह संपन्न हुई थी. चारों धाम ब बंद हुए थे तो उसके पहले ही जल इकट्ठा कर लिया गया था. इसके बाद इन्हें लेकर अयोध्या जाया जा रहा है. ये जल प्राण प्रतिष्ठा के दौरान अभिषेक के समय काम आएंगे. जूना अखाड़ा के साधु इसे लेकर अयोध्या जा रहे हैं.

प्रयागराज कुंभ मेला प्रभारी मोहन भारती ने बताया कि भगवान राम घाट घाट में व्याप्त हैं. सारी नदियों का पवित्र जल, तीर्थो की मिट्टी भी अयोध्या जा रही है. जन-जन के लिए उल्लास का अवसर है. ऐसा अवसर पूरी जिंदगी में नहीं आया होगा. भगवान राम अपने भव्य मंदिर में विराजमान होने जा रहे हैं. राम भक्त काफी उत्साहित हैं. पूरा देश इस दिन दीपावली मनाएगा.

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