रामपुर: सपा सांसद आजम खान के ड्रीम प्रोजेक्ट जौहर यूनिवर्सिटी को जब अल्पसंख्यक का दर्जा दिया गया था तो उसमें अल्पसंख्यक छात्रों की फीस माफी का जिक्र था. लेकिन आजम खान ने अल्पसंख्यकों छात्रों की फीस नहीं माफ की. इसका खुलासा भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने सूचना के आधार पर मांगी मांगी गई जानकारी से किया है. भाजपा नेता ने मुख्यमंत्री योगी से मांग की है के जल्द ही इस यूनिवर्सिटी पर एक प्रशासक की नियुक्ति की जाए.
जौहर विश्वविद्यालय से संबंधित एक और घोटाले का खुलासा
भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने जौहर विश्वविद्यालय संबंधित एक और घोटाले का खुलासा किया है. आजम खान के द्वारा जब जौहर विश्वविद्यालय के लिए अल्पसंख्यक का दर्जा लिया गया था. तब उसमें सबसे महत्वपूर्ण शर्त यह थी कि इस विश्वविद्यालय में अल्पसंख्यक छात्र-छात्राओं को मुफ्त शिक्षा दी जाएगी. 2019 में जब इस बात की शिकायत मिली कि यहां ऐसा कुछ नहीं हो रहा है, तब जौहर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार से इस बारे में जानकारी मांगी गई. उस जानकारी के अंतर्गत उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि अल्पसंख्यक छात्र-छात्राओं से संपूर्ण फीस वसूली जा रही है. किसी तरह की कोई फीस माफी नहीं की गई है. यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार द्वारा यह पत्र प्रशासन को लिखा गया, जिसकी कॉपी मैंने उपलब्ध कराई हुई है.
सरकार से कार्रवाई की मांग की
भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने इन सब चीजों को देखते हुए योगी सरकार से मांग है इस यूनिवर्सिटी पर बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए तुरंत एक सरकारी प्रशासन बिठाने की जरूरत है. इससे वहां के बच्चे राजनीति से ऊपर उठकर अपनी पढ़ाई लिखाई पर ध्यान दे सकें और अपने देश के लिए कुछ कर सके.