रामपुर: सपा सरकार में काशीराम आवास योजना के अंतर्गत पात्रों को आवास आवंटन किये गए थे. उस समय आवंटन में कुछ फर्जीवाड़ा किया गया था, जिसकी शिकायत कांग्रेस नेता फैसल खान ने जिलाधिकारी से की थी. उनका आरोप था कि जो आवंटन किये गए हैं, उनमें कई आवंटन फर्जी हैं, जिसकी जांच कराई जाए. अब इस मामले में जिलाधिकारी ने जांच कमेटी गठित कर दी है. लिहाजा जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि फर्जी आवंटन कहां से आये थे और किसने जारी किए थे. फिलहाल दोषी अधिकारियों के कार्यालय में कोई रिकॉर्ड मौजूद नहीं है.
डीएम के अनुसार-
- मामले में 21 लोगों की एप्लीकेशन आई हुई थी, इसमें जांच कराई जा रही है.
- मामले में बयान भी हो रहे हैं. इसमें एक कमेटी बना दी गई है, जिसमें ईओ नगरपालिका और तहसीलदार को रखा गया है.
- ईओ नगरपालिका और तहसीलदार इस आवंटन की गहनता से जांच करेंगे.
- जांच में 21 लोगों का आवंटन दिखाया गया है. उनको एलबीए की सीट से दिखाया गया है जो जिलाधिकारी कार्यालय है.
- आवंटन जिलाधिकारी कार्यालय के बाबू की शीर्ष से दिखाया गया है, जबकि उसका कोई भी रिकॉर्ड डीएम के यहां मौजूद नहीं है.
वे आवास मुख्य रूप से अनुसूचित जाति के लिए निर्धारित हैं जो 119 लोगों को आरक्षित थे. हमने उनको आवंटन दिया था. जब वे लोग आवंटन के पेपर लेकर अपना कब्जा लेने वहां काशीराम कॉलोनी पहुंचे, तब पता चला ऐसे-ऐसे यह आवंटन जारी किए गए हैं. यह साफ है कि वह आवंटन जिलाधिकारी कार्यालय से जारी नहीं हुआ है यह गंभीर प्रकरण है.
-जे पी गुप्ता, अपर जिलाधिकारी