रामपुरः सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर प्यार और फिर लिव इन के दौरान गर्भवती हुई प्रेमिका को उसके बच्चे को आखिरकार पिता का हक मिल गया है. असम से प्रेमी को ढूंढते-ढूंढते रामपुर पहुंची प्रेमिका ने युवक से निकाह कर लिया है. हालांकि प्रेमी पहले से शादीशुदा था. रामपुर के वन स्टॉप सेंटर पर काफी देर चले हंगामे के बाद युवक की पहली पत्नी भी पति की दूसरी शादी से मान गई. यहां तक कि प्रेमिका से निकाह के बाद पहली और दूसरी पत्नी के बीच पति का बंटवारा भी कर लिया है. बंटवारे के दौरान दोनों महिलाओं और युवक के माता-पिता का भी ख्याल रखा गया है. युवक को उनके साथ भी रहना होगा.
पंचायत में बांटे गए पत्नियों के दिन
असम से अपने प्रेमी और बच्चे के पिता को ढूंढते हुए महिला शुक्रवार को रामपुर पहुंची थी, जहां वन स्टॉप सेंटर की मदद से उसके प्रेमी पति को ढूंढा गया. पूरे मामले की जानकारी के बाद पहली पत्नी और महिला के बीच कोई मनमुटाव ना हो इसलिए पंचों ने दोनों पत्नियों के बीच दिनों का बंटवारा कर दिया. समझौते में तय हुआ कि युवक सोमवार मंगलवार बुधवार पहली पत्नी के साथ रहेगा, जबकि बृहस्पतिवार शुक्रवार और शनिवार दूसरी पत्नी के साथ रहेगा. शेष बचा एक दिन रविवार को युवक अपने माता-पिता की खिदमत करेगा.
मामला रामपुर के थाना अजीमनगर के ग्राम डोनकपुरी टांडा का है. डोनकपुरी टांडा निवासी तकमील अहमद चंडीगढ़ में नाई का काम करता था. उसकी फेसबुक के जरिए असम की एक युवती से दोस्ती हुई. दोस्ती प्यार में बदली और प्यार परवान चढ़ा तो असम की युवती प्यार की डोर में बंधी हुई चंडीगढ़ चली आई. चंडीगढ़ आकर दोनों साथ रहने लगे. तकमील अहमद ने असम की युवती को अपनी पहली शादी के बारे में नहीं बताया था. इस दौरान असम की युवती गर्भवती हो गई तो युवक ने उसको वापस असम भेज दिया और खुद चुपचाप चंडीगढ़ से रामपुर चला आया. युवक ने अपने सारे फोन बंद कर दिए. इस दौरान असम की युवती ने एक बच्चे को जन्म दिया, जो इस वक्त 6 महीने का है. अब युवती अपने 6 महीने के बच्चे को लेकर ढूंढते हुए रामपुर पहुंची. यहां पर उसने वन स्टॉप सेंटर की मदद ली. वन स्टॉप सेंटर ने उसके प्रेमी पति को ढूंढ निकाला. अब युवती अपने पति के साथ है.
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पूरी घटना के बारे में महिला के पति तकमील अहमद ने बताया कि मैं चंडीगढ़ में रहता था. हम दोनों चंडीगढ़ में 8 महीने साथ में रहे. मैंने उसको घर पर भेज दिया था. काम हल्का हो गया था और मैं अपने घर आ गया था. काम की सेटिंग सही नहीं थी और मैं खुद मुसीबत में फंसा हुआ था इसलिए मैं उसको बुला भी नहीं पाया. अब मैं इसको अपने साथ में रखना चाहता हूं.
जिला प्रोबेशन अधिकारी पल्लवी सिंह ने बताया कि युवक ने पहली शादी 3 साल पहले बेंगलुरु में की थी. बेंगलुरु में काम करते समय मैसेंजर पर उसकी दोस्ती रुद्रपुर की लड़की से हुई. बात आगे बढ़ी तो युवती रुद्रपुर से बेंगलुरु पहुंच गई और कुछ सम्मानित लोगों ने उनका निकाह कराया, जबकि दूसरी युवती फेसबुक से दोस्ती के बाद पत्नी बनी.