रामपुर: जनपद में बिन मौसम बारिश और ओलावृष्टि होने के कारण किसानों की गेहूं की फसलें बर्बाद हो गई है. जिसको लेकर किसानों में काफी आक्रोश है. भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष कई दर्जन किसानों के साथ बर्बाद फसल की गेहूं की बालियां साथ में लेकर जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे और विरोध प्रदर्शन कर जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा. जिलाध्यक्ष जगजीत सिंह गिल ने कहा किसानों की ज्यादातर गेहूं की फसलें बर्बाद हो गई है. मुआवजा उन्हें सही से मिल नहीं रहा है. इतना ही नहीं लेखपाल फसलों के आकलन को लेकर किसानों से पैसे मांगते हैं.
दरअसल, जनपद रामपुर में भारतीय किसान यूनियन टिकैत के जिला अध्यक्ष जगजीत सिंह गिल सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे. उनके साथ में कई किसान मौजूद थे. उनके हाथ में गेहूं की बालियां थी, जो बारिश और ओलावृष्टि के कारण बर्बाद हो गई थी. इस दौरान उन्होंने बर्बाद गेहूं की फसलों की बालियां सिटी मजिस्ट्रेट को दिखाया और कहा कि ये फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई है. अब इस फसल को कटवाने के लिए भी पांच से ₹7000 खर्च करना पड़ेगा. हमारा तो भूसा भी गया, दाने भी गए और सब कुछ गया.
जगजीत सिंह गिल ने कहा कि हमारी सरकार से यह मांग है कि सरकार किसान को ₹25000 एकड़ का मुआवजा दें, जो गेहूं खड़ा है. उसका मुआवजा न दे. वहीं, जिलाध्यक्ष ने लेखपालों पर भी पैसे लेने का आरोप लगाया है. कहा कि लेखपाल फसलों के आकलन के लिए गांव-गांव जा रहे है, जिसके एवज में वह किसानों से पैसों की मांग करते हैं. वहीं, सिटी मजिस्ट्रेट ने किसानों की बर्बाद फसलों के मुआवजे का आश्वासन दिया है.
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