रामपुर: समाजवादी पार्टी सांसद आजम खां की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने फिर से शिकंजा कस दिया है. ईडी ने मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय के लिए जमीन की खरीद-फरोख्त और नियमों की अनदेखी से संबंधित मामलों की बिंदुवार रिपोर्ट जिला प्रशासन रामपुर से तलब की है.
सपा सांसद आजम खां रामपुर से मौजूदा सांसद हैं और लखनऊ के मेदांता हॉस्पिटल में बीमारी के चलते डॉक्टरों की देख रेख में उनका उपचार चल रहा है. आजम खां पर 100 से ज्यादा मुकदमें दर्ज हैं. आजम खां को भू-माफिया तक घोषित कर दिया गया है. ताजा मामला आजम खां की जौहर यूनिवर्सिटी से जुड़ा है. इसमें मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर ईडी ने आजम खान पर शिकंजा कसा है.
आजम खान एक साल से ज्यादा समय से सीतापुर की जेल में है और इस वक्त वे बीमारी के चलते लखनऊ के मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती हैं. आजम खान पर अभी कुछ दिन पहले ही मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज हुआ था, जिसकी जांच तेज हो गई है. प्रवर्तन निदेशालय ने 5 बिंदुओं पर डीएम से संबंधित अभिलेख मांगे हैं.
ईडी के डिप्टी डायरेक्टर अमित कुमार मिश्रा की ओर से डीएम को पत्र लिखा गया है, जिसमें मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी के चांसलर आजम खां और उनकी ट्रस्ट की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी मांगी गई है. साथ ही जौहर यूनिवर्सिटी और जौहर ट्रस्ट पर क्या कार्रवाई की गई उस बारे में भी विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है. उन्होंने जौहर यूनिवर्सिटी द्वारा अधिकृत की गई जमीन और अधिग्रहण के दौरान नियमों की जो अनदेखी की गई इस पर भी जानकारी मांगी है.
इस मामले पर जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मादड़ ने फ़ोन पर बताया कि ईडी की ओर से एक लेटर उन्हें आया है, जिसमें सांसद आजम खां से संबंधित प्रकरण में कुछ जानकारियां मांगी गई हैं. इस विषय पर सोमवार को ईडी को रिपोर्ट भेजी जाएगी.
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