रामपुर: देश के अधिकांश सूबों में राजनीति दो खेमों मे बटी हुई नजर आती है, जिसमें एक तरफ सत्तारूढ़ भाजपा है तो वहीं, दूसरी तरफ मुख्य विपक्षी दल के रूप में कांग्रेस पार्टी है. जबकि रामपुर में होने वाले लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेसी नेता ने भाजपा प्रत्याशी का समर्थन किया है. कांग्रेस नेता नवाब काजिम अली खान ने खुलकर भाजपा प्रत्याशी घनश्याम सिंह लोधी के समर्थन का ऐलान किया है.
यही नहीं उनके बेटे नवाब काजिम अली खान ने भी कई बार विधानसभा का चुनाव जीता और वह विधानसभा में गिने चुने कांग्रेसी विधायकों के साथ जनता की समस्याओं को सियासी पटल पर उठाते नजर आए. हालांकि यह बात अलग है कि उन्होंने सपा और बसपा में भी रहकर चुनाव जीते. लेकिन वर्ष 2014 में हुए लोकसभा के चुनाव में उन्होंने फिर से कांग्रेस के टिकट पर आजम खान के खिलाफ चुनाव लड़ा था. लेकिन उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा.
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सांसद पद से आजम खान के इस्तीफा देने के बाद रामपुर में उपचुनाव हो रहे हैं. यहां पर पहली बार ऐसा देखने को मिला कि कांग्रेस पार्टी ने नवाब खानदान को नजरअंदाज करते हुए किसी भी प्रत्याशी को चुनाव न लड़ने की घोषणा कर डाली. जिससे पूर्व सांसद बेगम नूर बानो और पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खान के सियासी सपने को तगड़ा झटका लगा है. काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां ने कहा कि ' कांग्रेस का कोई उम्मीदवार नहीं है. कांग्रेस पार्टी ने यह निर्णय लिया कि वह इस उपचुनाव में किसी को प्रत्याशी के तौर पर नहीं उतारेगी. यह बहुत ही गलत है.
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