रामपुरः मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने शनिवार को जिले में भाजपा की जन विश्वास यात्रा के तहत आयोजित जनसभा में विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया. इस दौरान सीएम योगी ने सपा मुखिया अखिलेश यादव के साथ विपक्ष पर जुबानी प्रहार किया.
सीएम योगी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि '2017 के पहले उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री के आवास में मुजफ्फर नगर के दंगाइयों और सहारनपुर के दंगाइयों को बुला कर सम्मानित किया जाता था. लेकिन 2017 के बाद मुख्यमंत्री आवास में किसानों का सम्मान किया जाता है और गुरुबाणी का पाठ होता है. ये वही प्रदेश है जहां पहले किसी भी धर्मस्थल के नाम पर पैसा नहीं मिलता था, गरीब को मकान नहीं मिलता था.
सीएम योगी ने अखिलेश यादव के 300 यूनिट बिजली देने के वादे पर पलटवार करते हुए कहा कि 'मैं बबुआ से एक बात पूछना चाहता हूं, जब आप बिजली ही नहीं देते थे तो मुफ्त की बात कहां? उल्टा जनता से जो वसूली करते थे उसके लिए माफी तो मांग लो. एक सप्ताह पहले आपने नोटों के गड्डियों के पहाड़ जेसीबी से निकालते हुए देखा होगा. कैसे समाजवादी पार्टी से जुड़े नेताओं के घरों से नोट की गड्डियां निकल रही हैं. 2017 से पहले क्या स्थितियां थी? मोदी जी के आने के बाद आपने देखा होगा कि कैसे गुरुनानक देव जी से जुड़े पवित्र करतारपुर के कॉरिडोर के खोलने का कार्य हुआ.'
सीएम योगी ने आगे कहा कि पिछली सरकारें गरीबों का शोषण करती थीं, दंगाइयों को प्रोत्साहित करते थीं, आतंकी घटनाओं को प्रेरित करते थीं, आतंवादियों के मुकदमें वापस लेते थीं. कश्मीर में धारा 370 कांग्रेस की सरकार में क्यों नहीं समाप्त हुई? सपा और बसपा जब कांग्रेस का समर्थन करते थे, तब इन्होंने क्यों नहीं समाप्त किया? धारा 370 को समाप्त करने का कार्य नरेंद्र मोदी सरकार ने किया है.
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सीएम ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि 'रामभक्तों पर गोलियां चलाने वाले लोग आज कहते हैं कि अगर हम भी सत्ता में होते तो हम भी राम मंदिर बना देते. ये आपकी ताकत है. आपके वोट बैंक की ताकत इनको नाक रगड़ने के लिए मजबूर कर रही है.'
सीएम योगी ने कहा कि रामपुर का चाकू जो कभी रक्षा के काम आता था. समाजवादी पार्टी की सरकार में दलितों की ज़मीनों पर गरीबों की संपत्तियों पर कब्ज़ा करने का वह माध्यम बन गया था. उन्होंने कहा कि अगर अच्छे लोगों के पास शस्त्र होगा तो देश और धर्म की रक्षा के लिए उसका उपयोग करेगा अगर ग़लत लोगों के हाथों में होगा तो लूट खसोट, ग़रीबों की और दलितों की संपत्तियों पर कब्ज़ा करने में उसका दुरुपयोग करेगा.