रामपुरः सांसद मोहम्मद आजम खां के करीबी पूर्व थानाध्यक्ष अजीमनगर कुशलवीर सिंह के विरूद्ध 16 अभियोगों में न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया गया. सांसद आजम खां और उनके करीबियों द्वारा जौहर विश्वविद्यालय के निर्माण हेतु किसानों की जमीन को विश्वविद्यालय में मिला लेने का आरोप है. साथ ही जमीन न देने की स्थिति में किसानों को चरस, स्मैक की धाराओं में जेल भिजवाने की धमकी देते हुए प्रताड़ित करने, जान से मारने की धमकी देने आदि के सम्बन्ध में मुकदमे पंजीकृत हुए. वहीं एसआईटी द्वारा पूर्व थानाध्यक्ष कुशलवीर सिंह के खिलाफ साक्ष्य एवं सत्यता के आधार पर 16 अभियोगों में आरोप पत्र न्यायालय में प्रेषित किया गया.
बता दें पूर्व थानाअध्यक्ष कुशल वीर सिंह सपा सांसद आजम खान के बेहद करीबी थे. सपा सरकार में उन्होंने आजम खान की जोहर यूनिवर्सिटी में किसानों की जमीने अधिग्रहण को लेकर कुशल वीर सिंह ने आजम खान की मदद की थी. साथ ही जिन किसानों ने इसके खिलाफ आवाज उठाई थी. उन बेगुनाह किसानों पर चरस अफीम रखकर कई मुकद्दमे दर्ज करा कर उनको जेल भी भेजा था. इसी मामले पर कुशल वीर सिंह के खिलाफ अलग-अलग 16 मामले दर्ज हुए थे. जिसके आरोप पत्र दाखिल करने के लिए रामपुर जिला प्रशासन ने शासन से अनुमति मांगी थी. शासन से अनुमति मिलने के बाद जिला प्रशासन ने आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल किए.
अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया जौहर विश्वविद्यालय में किसानों की जमीनें अनाधिकृत रूप से कब्जा करने में तत्कालीन थाना प्रभारी अजीम नगर कुशल वीर सिंह के खिलाफ मुकदमे लिखे गए थे. शासन से 16 मामलों में अभियोजन अनुमत प्राप्त हो गई है और सभी 16 मामलों में आज आरोप पत्र विवेचक द्वारा दाखिल किया गया. जिसे तत्काल माननीय न्यायालय में जमा करा दिया गया है. उसके बाद संज्ञान होकर आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी.