रामपुरः शहर में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर 21 दिसंबर को बवाल हुआ था. इस मामले में पुलिस ने दो थानों में मुकदमा दर्ज कर 34 लोगों को गिरफ्तार किया था. वहीं शुक्रवार को इस मामले में 15 लोगों को कोर्ट ने जमानत दे दी है. वकील का कहना है कि दूसरे मुकदमे की सुनवाई सोमवार को है, उम्मीद है कि इन सभी को जमानत मिल जाएगी.
कई अज्ञात के खिलाफ दर्ज हुआ था मुकदमा
21 दिसंबर को रामपुर में सीएए के विरोध में बवाल हुआ था. उपद्रव में 100 से ज्यादा लोगों को नामजद और हजारों अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. इन लोगों पर पुलिस ने काफी संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था. वहीं पुलिस ने 34 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. धाराएं संगीन होने के कारण इन्हें जमानत नहीं मिल पा रही थी.
कम की गई थीं धाराएं
जिला प्रशासन पर यहां के उलेमाओं का और समाजसेवी लोगों का काफी दबाव था कि उसमें बेगुनाह लोगों को छोड़ा जाए. बहरहाल प्रशासन ने छोड़ा तो किसी को भी नहीं लेकिन जो संगीन धाराएं थीं, वे धाराएं लगभग 24 लोगों पर से हटा दी थी, जिस वजह से शुक्रवार को 15 लोगों को जमानत मिल गई है.
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21 दिसंबर 2019 को सीएए और एनआरसी के खिलाफ हुए बवाल में गंज थाना में क्राइम नं. 832/ 2019 और कोतवाली थाना में 655/2019 दो मुकदमे दर्ज हुए थे. इस मामले में 34 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. कोतवाली थाने में दर्ज मुकदमे में बंद लोगों की हमने अर्जी लगाई थी, जिसमें सभी 15 को जिला जज अलका श्रीवास्तव ने जमानत दे दी है. साथ ही गंज थाने के मामले की सुनवाई सोमवार को होगी.
-मुहम्मद रहमान अली, अधिवक्ता