रामपुर: रामपुर से सपा सांसद आजम खान की विधायक पत्नी डॉ. तजीन फात्मा ने गुरुवार को स्वार विधानसभा से अपना नामांकन किया. वहीं, नामांकन के बाद मीडियाकर्मियों से मुखातिब हुई डॉ. फात्मा ने दावा किया कि रामपुर की पांचों विधानसभा सीटों से समाजवादी पार्टी जीतेगी. इधर, आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम खान ने अपने नामांकन के बाद रामपुर के कमिश्नर पर आरोप लगाते हुए कहा कि कमिश्नर के रहते निष्पक्ष चुनाव की संभावना कम है. वहीं, अब्दुल्ला आजम के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने कहा कि एक ही सीट से दो लोगों ने नामांकन किया है. ऐसे में पहले तो उन्हें यह तय करना होगा कि स्वार से अब्दुल्ला चुनाव लड़ेंगे या फिर उनकी मां.
खैर, समय बदल गया है और अब आजम खान की भैंस ढूंढने वाले अधिकारी नहीं मिलेंगे. रामपुर में सभी राजनीतिक पार्टियों के प्रत्याशियों ने अपना-अपना नामांकन कर दिया है. वहीं, नामांकन के बाद जनता के बीच जाकर वोट की अपील कर रहे हैं. आपको बता दें कि आजम खान की पत्नी डॉ. ताजीन फात्मा जो सदर विधानसभा की मौजूदा विधायक हैं. उन्होंने स्वार विधानसभा से गुरुवार को अपना नामांकन किया तो वहीं उनके बेटे अब्दुल्ला आजम खान ने भी यहां से नामांकन किया है.
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वहीं, नामांकन के बाद अब्दुल्ला आजम ने मीडिया से बात करते हुए अपनी पीड़ा बयां की थी. इधर, आजम खान की पत्नी ने दावा किया कि रामपुर से समाजवादी पार्टी पांचों सीटें जीतेगी तो वहीं उनके बेटे अब्दुल्ला आजम खान ने कहा कि कमिश्नर के रहते निष्पक्ष चुनाव होना मुश्किल है. हालांकि जब उक्त मसले पर सदर सीट से भाजपा प्रत्याशी आकाश सक्सेना से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि सबसे पहले यह तो तय कर ले कि स्वार विधानसभा से भला कौन चुनाव लड़ेगा.
आकाश सक्सेना ने कहा कि क्या मां-बेटे आपस में ही चुनाव लड़ेंगे. अगर ऐसे है तो फिर कुछ न कुछ झोल है. वहीं, अब्दुल्ला आजम के कमिश्नर के रहते निष्पक्ष चुनाव नहीं होने संबंधी बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता ने कहा कि खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे उनको वो अधिकारी चाहिए जो उनकी भैंसों को ढूंढा करते थे.
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