रामपुर: सपा सांसद आजम खां के बेहद करीबी माने जाने वाले पूर्व सीओ आले हसन सोमवार को महिला थाने एसआईटी के समक्ष पेश हुए. अलग-अलग थानों के विवेचकों ने उनसे अपने-अपने मुकदमों के बारे में पूछताछ की. इस दौरान अपर जिलाधिकारी अपर पुलिस अधीक्षक और सिटी मजिस्ट्रेट भी मौजूद रहे. कई घंटों की पूछताछ के बाद पूर्व सीओ आले हसन बाहर निकले. इस दौरान महिला थाने पर पुलिस की सुरक्षा काफी बढ़ा दी गई थी.
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पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने दी जानकारी
पूर्व सीओ आले हसन के एसआईटी के बयान दर्ज करने के मामले पर अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि आले हसन के खिलाफ छह से ज्यादा मामले दर्ज हैं. थाना अजीम नगर कोतवाली में, थाना गंज में और कोतवाली सिविल लाइंस में सोमवार को विवेचकों के सामने उपस्थित हुए. एसआईटी ने अजीम नगर थाने के मुकदमों की तफ्तीश की. साथ ही अपने कुछ मुकदमों में उन्होंने पूछताछ किया है. सिविल लाइंस और गंज के मामलों में भी पूछताछ हुई है.
आले हसन पर कई मुकदमे दर्ज हैं. इस नाते उनसे लंबी पूछताछ हुई. आज के बाद भी विवेचकों ने अलग-अलग दिनांक में उनको नोटिस तामील कराया है. आगे भी वे उपस्थित होंगे. अगर आज के नोटिस के बाद में फिर गायब होते हैं तो फिर न्यायालय को अवगत कराया जाएगा कि आले हसन विवेचना में सहयोग नहीं कर रहे हैं.
रिटायर्ड सीओ आले हसन से एसआईटी ने घंटों की पूछताछ
एसआईटी टीम ने रामपुर के महिला थाने में दोनों से पूछताछ की और विभिन्न मामलों में विवेचना कर रहे विवेचकों ने उनसे जवाब तलब किये. वहीं मीडिया के सामने आते हुए आले हसन ने कहा कि हम डिसिप्लिन फोर्स हैं. हम किसी पर कमेंट नहीं कर सकते. स्ट्रगल कर रहे हैं और जीत सच्चाई की होगी.
हमारे ऊपर मुकदमा लिखा दिया था कि हमने 14 साल पहले यूनिवर्सिटी के लिए लोगों की जबरदस्ती जमीन दिलवा दी. हमारा कहना था जब 14 वर्ष पूर्व हमने जमीन दिलवाई थी, तो हमारे खिलाफ शिकायत पहले क्यों नहीं की गई. बीच में हालात बदले, गवर्नमेंट बदली तो आपने शिकायत क्यों नहीं की. क्योंकि हम डिसिप्लिन फोर्स हैं, इसलिए किसी पर कोई कमेंट नहीं कर सकते. स्ट्रगल कर रहे हैं और जीत स्ट्रगल करने के बाद सच्चाई की होती है.
-आले हसन, पूर्व क्षेत्राधिकारी