रामपुर: एक वक्त था जब आजम खान के नाम का रामपुर की आम जनता में काफी खौफ था. लेकिन, आज ये समय आ गया है कि आजम खान के परिवार में एक भी जनप्रतिनिधि नहीं बचा है. यहां तक की आजम खान और अब्दुल्ला आजम खान के वोट देने का अधिकार तक खत्म हो गया है. सपा सरकार में आजम खान के विकास कार्यों के नाम पर लगे शिलापट भी अब लोगों की नजरों में खटकने लगे हैं. उनके नाम के लगे शिलापट पर हथौड़े चलने लगे हैं.
रविवार 19 फरवरी को अखिल भारतीय मुस्लिम महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष फरहत अली खान ने बापू मॉल में लगे आजम खान और अखिलेश यादव के नाम की शिलापट को हथौड़े से तोड़ दिया था. इस मामले का जिला प्रशासन ने तुरंत संज्ञान लिया और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नाम के शिलापट को हथौड़े से तोड़ने वाले फरहत अली खान के के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया. साथ ही फरहत अली खान को गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद नगर पालिका ने तुरंत ही आजम खान और अखिलेश यादव के नाम के टूटे हुए शिलापट की जगह नया लगवा दिया.
नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी अवनीश कुमार ने बताया कि रविवार को लगभग 11:30 बजे बापू मॉल में लगे मोहम्मद आजम खान और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नाम के शिलापट को फरहत अली खान ने हथौड़े से तोड़ने का प्रयास किया था. उसको तत्काल रुकवा दिया गया. साथ ही उसके खिलाफ थाना कोतवाली में तहरीर दी गई और जो शिलापट टूटा था उसी तरह का दूसरा शिलापट लगवा दिया गया है. इस मामले में सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है. रात में ही करीब 8:30 बजे के आसपास शिलापट नया लगवा दिया गया है. जैसा शिलापट पहले लगा था वैसे ही शिलापट दूसरा नया लगवाया गया है. फरहत अली खान कोई संगठन चलाते हैं, इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है.