रामपुरः पहले फेसबुक के जरिए दोस्ती हुई फिर प्यार और फिर शादी का झांसा देकर असम की युवती से संबंध बनाए. युवती गर्भवती हो गई तो वापस असम भेज दिया. मामला रामपुर जिले में विवाहेत्तर संबंधों का है. पीड़ित युवती असम से वापस आकर रामपुर पहुंची. रामपुर में वन स्टॉप सेंटर पर अपनी पीड़ा बयां की. आरोपी युवक को पुलिस की मदद से वन स्टॉप सेंटर लाया गया. वहीं, युवक की पहली पत्नी और दो बच्चे भी वन स्टॉप सेंटर लाए गए. पहली पत्नी का कहना है कि उसे इस प्यार के बारे में नहीं मालूम. अब पहली पत्नी और दूसरी पत्नी दोनों ही युवक के साथ रहने की बात कर रही हैं. वन स्टॉप सेंटर और जिला प्रशासन न्याय प्रक्रिया में उलझा है.
मामला रामपुर के थाना अजीमनगर के ग्राम डोनकपुरी टांडा का है. डोनकपुरी टांडा निवासी तकमील अहमद चंडीगढ़ में नाई का काम करता था. उसकी फेसबुक के जरिए असम की एक युवती से दोस्ती हुई. दोस्ती प्यार में बदली और प्यार परवान चढ़ा तो असम की युवती प्यार की डोर में बंधी हुई चंडीगढ़ चली आई. चंडीगढ़ आकर दोनों साथ रहने लगे. तकमील अहमद ने असम की युवती को अपनी पहली शादी के बारे में नहीं बताया था. इस दौरान असम की युवती गर्भवती हो गई तो लड़के ने उसको वापस असम भेज दिया और खुद चुपचाप चंडीगढ़ से रामपुर चला आया. युवक ने अपने सारे फोन बंद कर दिए. असम की युवती ने एक बच्चे को जन्म दिया, जो इस वक्त 6 महीने का है. अब युवती अपने 6 महीने के बच्चे को लेकर ढूंढते हुए रामपुर पहुंची. यहां पर उसने वन स्टॉप सेंटर की मदद ली. वन स्टॉप सेंटर ने उसके प्रेमी पति को ढूंढ निकाला. आरोपी युवक को और उसकी पहली पत्नी व दोनों बच्चों को वन स्टॉप सेंटर लाकर इन सभी की काउंसलिंग की जा रही है.
इस मामले पर असम की युवती से बात की तो उसने बताया मेरा अफेयर हुआ था. उसके बाद युवक ने मुझे साथ में रखा. वहां इसके तीन भाई भी थे. जब मैं गर्भवती हो गई तो मुझे उसके तीनो भाइयों ने घर भेज दिया. कहा, डिलीवरी के बुलाएंगे और शादी कराएंगे. मुझे असम गए 9 महीने हो गए लेकिन इन्होंने कोई संपर्क नहीं किया. उसने सारे फोन कांटेक्ट बंद कर दिए. मैं उसे ढूंढते हुए यहां तक आई. यहां पर वन स्टॉप सेंटर पर पहुंची. मुझे घर भेजे हुए 9 महीने हो गए और मेरा बच्चा 6 महीने का है.
वहीं, आरोपी युवक तकमील अहमद से हमने बात की तो उसने बताया मैं चंडीगढ़ में रहता था. हम दोनों चंडीगढ़ में 8 महीने साथ में रहे. मैंने उसको घर पर भेज दिया था. काम हल्का हो गया था और मैं अपने घर आ गया था. काम की सेटिंग सही नहीं थी और मैं खुद मुसीबत में फंसा हुआ था इसलिए मैं उसको बुला भी नहीं पाया. अब मैं इसको अपने साथ में रखना चाहता हूं.
इसे भी पढ़ेंः अलीगढ़ः कोरोना के डर से घर से नहीं निकली, बच्चे भूखे मरते रहे
इस मसले पर वन स्टॉप सेंटर की मैनेजर चांद बी से हमने बात की तो उन्होंने बताया यह महिला हमें रात में मिली. इसने बताया कि यह असम से आई है. इसके साथ में जो भी हुआ, इसने हमें बताया. इसके बच्चे को बहुत ज्यादा उल्टियां हो रही थीं. हमने इसके बच्चे को एडमिट कराया. सुबह हमारी वन स्टॉप सेंटर की टीम इसको लेकर उस गांव पहुंची, जहां का वह लड़का था. वहां हम अजीम नगर थाने की पुलिस की मदद से युवक के घर पहुंच गए. युवक के परिवार वालों ने उसे छिपा रखा था. युवक व परिवार को वन स्टॉप सेंटर की टीम लेकर यहां आई है. सभी की काउंसलिंग चल रही है. यह महिला उसके साथ रहना चाहती है.
इसे भी पढ़ेंः कैदी बने किसान, जेल में उगाते हैं सब्जी और अनाज