रायबरेली : आजादी के सात दशक बीत जाने के बाद जिले के लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं. इसके चलते जिले के लगभग आधा दर्जन गांव के लोग सड़कों पर है. ग्रामीणों ने रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा लगाते हुए गांव के निकास पर बैनर लटका दिया है. ग्रामीणों का कहना है कि सड़क नहीं बनी तो मतदान बहिष्कार करेंगे.
ग्रामीणों ने बनाया मतदान बहिष्कार का मन
- जिले में आज भी सड़क, पानी जैसी मूलभूत सुविधाए न होने से लोगों में काफी आक्रोश है.
- रायबरेली गांधी परिवार का गढ़ माना जाता है.
- बावजूद इसके राही विकास खंड के करीब आधा दर्जन गांवों के लोग सड़क के लिए डेढ़ दशक से लड़ रहे हैं.
- गांव से शहर जाने के लिए लगभग 5 किमी का मार्ग पिछले करीब15 सालों से बदहाल है.
- इससे आय दिन दुर्घटनाए होती रहती हैं.
- ग्रामीणों का कहना है कि कई बार नेताओ और अधिकारियों से गुहार भी लगाई.
- लेकिन प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है.
ग्रामीणों का कहना है कि सड़क का निर्माण न होने पर मतदान बहिष्कार हमने मतदान बहिष्कार का मन बना लिया है. उन्होने रोड़ नही तो वोट नही लिखा हुआ बैनर गांव के बाहर लटका दिया है, साथ ही नेताओ को अल्टीमेटम भी दिया कि यंहा वोट न मांगने आये.