रायबरेलीः जिले में ग्रामसभाओं में चुने गए प्रधान, अब अपने विरोधियों को ठिकाने लगाने में जुटे हैं. कई जगह मारपीट के मामले सामने आ रहे हैं. साथ ही आरोप है कि रायबरेली के डीह विकासखंड में प्रधान ने अपने विरोधियों को ठिकाने लगाने के लिए उनसे धोखे से शपथपत्र का कागजात बताकर हस्ताक्षर करा लिया. ये विरोध पंचायत सदस्य थे. बाद में होने वाले उपचुनाव में सदस्य पद पर चुनाव होने की जानकारी मिलते ही सदस्यों में हड़कंप मच गया. रविवार को सैकड़ों पुरुष व महिलाएं जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और जमकर नारेबाजी की. जैसे ही इसकी भनक जिला प्रशासन को लगी तत्काल अपर जिलाधिकारी ने मौके पर पहुंचकर उनकी शिकायत सुनी और जांच कराने की बात कही.
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ये बोले आक्रोशित लोग
रायबरेली के कलेक्ट्रेट परिसर में सैकड़ों लोग डीएम दफ्तर का घेरावकर नारेबाजी करने लगे. ये महिला व पुरुष डीह विकासखण्ड के थोरी गांव के रहने वाले थे. सबका आरोप था कि मौजूदा प्रधान ने ग्राम विकास अधिकारी व सफाई कर्मी के साथ मिलकर धोखे से शपथ पत्र पर हस्ताक्षर कराकर उन्हें पंचायत सदस्य पद से हटा दिया. ऐसा सिर्फ एक सदस्य के साथ नहीं, बल्कि आधा दर्जन सदस्यों के साथ किया गया. आक्रोशित लोगों के बीच अपर जिलाधिकारी राम अभिलाष पहुंचे. उन्होंने उनका शिकायती पत्र लेकर जांचकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया, तब जाकर ग्रामीण शांत हुए और अपने घरों को लौट गए.