रायबरेली: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भूमाफियाओं से जमीनों को बचाने के लिए लगातार योजनाएं बना रही है और अपने अधीनस्थों को इनपर कार्रवाई करने के निर्देश भी समय समय पर देती रहती है, लेकिन सरकार ने जिन कंधों पर ये जिम्मेदारी डाली है वो ही इन भू-माफियाओं के लिए पालनहार बने हुए हैं. ऐसा ही एक मामला आज कलेक्ट्रेट परिसर में उस समय देखने को मिला जब ग्रामीण सलोन तहसील दार के खिलाफ नारेबाजी करते दिखे.
जिले की सलोन तहसील क्षेत्र के करहिया बाजार निवासी राम खेलावन की सड़क किनारे बेशकीमती भूमि है, जिसपर क्षेत्र के असरदार भू-माफिया ने कब्जा कर लिया. पीड़ित ने इसकी शिकायत तहसीलदार से की, लेकिन कोई कार्रवाई हुई. थकहार वह अपने साथ के कई पीड़ितों को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर सात दिनों के अनशन पर बैठ गया. उसने कहा कि अगर कार्रवाई नहीं होती है तो वह आमरण अनशन करेगा.
मामले में पीड़ितों का आरोप है कि तहसीलदार के संरक्षण में भूमाफियाओं अनुसूचित जाति के गरीबो की जमीनों पर जबरन कब्जा किए है और इतना वह मनबढ़ है कि अब सरकारी स्कूल की जमीन पर भी काबिज हो गए हैं. इसकी शिकायत पीड़ितों द्वारा करने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद ग्रामीण ने 7 दिनों का क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है.