रायबरेली: बीते 14 अगस्त को रायबरेली के मिल एरिया थाना क्षेत्र में संचालित बिरला सीमेंट फैक्ट्री से 640 बोरी सीमेंट लेकर अम्बेडकरनगर जा रहे ट्रक के चालक व क्लीनर लापता हो गए थे. उनके लापता होने के मामले का मंगलवार को पुलिस ने खुलासा किया है. साथ ही लूटे हुए ट्रक व सीमेंट समेत घटना को अंजाम देने वाले दो आरोपियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. मामले का खुलासा लखनऊ आईजी जोन ने किया. लापता चालक व क्लीनर के शव भी पुलिस ने बरामद कर लिए हैं. साथ ही आरोपियों के पास से उनके रक्त रंजित कपड़े, हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बरामद कर लिए गए हैं.
आरोपियों के पास से एक तमंचा व दो कारतूस भी मिले. आरोपियों के तीन साथी अभी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है. घटना को अंजाम देने के लिए उपयोग की गई एक कार भी आरोपियों के पास से पुलिस ने बरामद की. घटना का अनावरण करने वाली टीम को आईजी ने 25 हजार का ईनाम देने की भी घोषणा की है.
बता दें कि रायबरेली के मिल एरिया थाना क्षेत्र में संचालित बिरला सीमेंट फैक्ट्री से 14 अगस्त को ट्रक चालक अपने साथी प्रह्लाद पांडेय के साथ ट्रक में 640 बोरी सीमेंट लेकर अम्बेडकर नगर के लिए रात 9 बजे रवाना हुआ था. उसकी अपने मालिक से रात 9.20 पर आखिरी बार बात हुई. जब दो दिनों तक उसकी बात नहीं हुई तो ट्रक मालिक कृष्ण कुमार तिवारी ने 16 अगस्त को इनकी सूचना मिल एरिया पुलिस को दी. मामला ट्रक समेत सीमेंट, चालक व उसके साथी के गायब होने का था, तो पुलिस तत्काल हरकत में आ गई और मामले की सूचना तत्काल अपने उच्चाधिकारियों को दी. मामले के खुलासे के लिए सर्विलांस के साथ ही कई टीमों को लगाया गया.
इसी बीच 18 अगस्त को पुलिस को ट्रक प्रतापगढ़ जनपद के उदयपुर थाना क्षेत्र में लावारिस हालत में खड़ा मिला. 19 अगस्त को चालक विनय का शव डीह थाना क्षेत्र के नैया नाला से बरामद हुआ और 23 अगस्त को क्लीनर का शव मिल एरिया थाना क्षेत्र के नैया नाला से बरामद हो गया. इसी बीच 24 अगस्त को मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने मिल एरिया थाना क्षेत्र के दुसौती गांव के पास से मुख्य अभियुक्त अजय को धर दबोचा और उसकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त वैगनआर कार, क्लीनर के खून से सने कपड़े, 250 बोरी सीमेंट और आला कत्ल लोहे की रॉड बरामद कर ली. आरोपी से पूछताछ के आधार पर जाकिर नाम के उसके एक और साथी को भी धर दबोचा गया. उसके पास से 200 बोरी सीमेंट बरामद कर ली गई.
आरोपी अजय सिंह ने बताया कि 14 अगस्त को वह अपने साथी अमित, अतुल और रोहित के साथ चाय पी रहा था. उसी समय वह ट्रक वहां से निकला, तो उन्होंने कार से उसका पीछा कर लिया. मोहम्मदपुर चुरई बार्डर के पास उन्होंने आगे कार खड़ी कर ट्रक को रोक लिया और रॉड से चालक व क्लीनर को पीटकर मौत के घाट उतार दिया. इसके बाद शव को नैया नाले में फेंक दिया और उसके कपड़ों से खून के धब्बे पोंछ दिए. आलाकत्ल को झाड़ियों में छिपाकर और सीमेंट को जाकिर के गोदाम में उतार दिया और ट्रक को खड़ा कर चले गए. दूसरे दिन ट्रक को प्रतापगढ़ में खड़ा कर वहां से चलते बने. फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से एक तमंचा और दो कारतूस बरामद कर लिया है. साथ ही उनके फरार साथियों की तलाश की जा रही है.