रायबरेली: आमतौर पर 'ग्रे शेड' के लिए सुर्खियों में रहने वाली यूपी पुलिस में कुछ ऐसे भी 'काबिल कॉप' है, जो नायाब तरीके अपनाकर अपराधियों पर शिकंजा कसने में कामयाब हो जाते हैं. ऐसे ही पुलिसिया गुड वर्क को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने में कामयाब रहे रायबरेली के सब इंस्पेक्टर रविंद्र सोनकर. ट्रिपल मर्डर मिस्ट्री का 8 दिन में खुलासा करने वाले रविंद्र सोनकर को गृह मंत्री द्वारा पुलिस पदक दिया गया. वहीं दारोगा की कामयाबी पर जिले का पुलिस महकमा भी फूला नहीं समा रहा.
गृह मंत्रालय द्वारा 'मैडल फॉर एक्सीलेंस इन इन्वेस्टीगेशन' केटेगरी में देश भर के चुनिंदा पुलिस कॉप के बीच जगह बनाने में कामयाब रहे रविन्द्र सोनकर से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की.
'ट्रिपल मर्डर मिस्ट्री' का किया खुलासा
रविंद्र सोनकर ने बताया कि नसीराबाद थाने में उनकी पोस्टिंग बतौर थाना प्रभारी थी. इस दौरान थाना क्षेत्र के पूरे दुबेन मजरे बभनपुर गांव में एक सनसनीखेज घटना घटी. इससे पूरे इलाके में सन्नाटा छा गया. दरअसल, गांव में 3 लोगों को शव बुरी तरह से जला बरामद मिला. मृतकों के नाम मोनी यादव, अवनी यादव और इंद्र कुमार अग्रहरी उर्फ ननचू था. पुलिस के लिए यह केस पूरी तरह से ब्लाइंड केस था, क्यों तीनों के शव 99 फीसदी तक जल चुके थे और शव की शिनाख्त कर पाना काफी मुश्किल हो रहा था. वहीं सुसाइड की भी आशंका जताई जा रही थी.
रविंद्र सोनकर ने बताया कि क्राइम ऑफ सीन से उन्हें गहरी साजिश का अंदेशा लगा. छानबीन में परिवार के करीबी और शिवकुमार उर्फ शिबू के गहरे दोस्त ननचू के भी गायब होने की पुष्टि हुई. फिर तमाम स्थानीय लोगों से पूछताछ, सर्विलांस और फॉरेंसिक समेत विभिन्न तकनीकी दक्षताओं के बलबूते लाशों की शिनाख्त के साथ ही घटना का खुलासा भी किया गया. इस क्रूर घटना को अंजाम देने वाला मृतक मोनी का पति और अवनी का पिता शिवकुमार उर्फ शिबू था. बड़े ही शातिरआना अंदाज में उसके द्वारा इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया गया. घटना के बाद आरोपी शिवकुमार गोवा भाग गया था.
8 दिनों के बाद सस्पेंस और थ्रिलर से भरपूर दिल दहला देने वाली मर्डर मिस्ट्री का खुलासा करने में रविंद्र सोनकर अपनी टीम के साथ कामयाब रहे. साथ ही हत्यारोपी शिवकुमार यादव उर्फ शिबू को गोवा से लाकर रायबरेली के जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया गया. बेहद शातिर तरीके से किए गए इस वारदात को पहले आरोपी ने सुसाइड का रंग देने का प्रयास किया साथ ही घटना में आरोपी की मौत हो जाने के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन पुलिस की गहन छानबीन का नतीजा रहा कि सही कातिल को पकड़ने में कामयाबी दारोगा रविंद्र सोनकर ने हासिल की.
रविंद्र सोनकर की कामयाबी पर नाज
रायबरेली के अपर पुलिस अधीक्षक नित्यानंद राय ने बताया कि रविंद्र सोनकर निश्चित तौर पर ट्रिपल मर्डर के खुलासे के लिए बधाई के पात्र है. बेहद सूझबूझ का परिचय देते हुए सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा करके आरोपी को गोवा से पकड़कर लाने में कामयाब रहे. यही कारण हैं कि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में उन्हें 'मैडल फ़ॉर एक्सीलेंस इन इन्वेस्टीगेशन' के पदक से नवाजा गया. यह रायबरेली पुलिस के लिए गौरव की बात है.
क्या है 'मैडल फॉर एक्सीलेंस इन इन्वेस्टीगेशन' ?
केंद्र सरकार द्वारा होनहार पुलिस कर्मियों को उनके बेहतर कार्य क्षमता और स्तरीय इन्वेस्टीगेशन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के मकसद से साल 2018 से इस पुरस्कार की शुरुआत की गई थी. साल 2020 के लिए देश भर के 121 जांबाज पुलिस पर्सनल्स को इस पदक से नवाजा गया.