रायबरेली : खाकी की खाउ कमाऊ नीति से आज आम आदमी से लेकर उनके विभागीय उच्चाधिकारी सभी दो चार होते रहते हैं. कई मामलों में इस वजह से वर्दीधारी दंडित भी हुए हैं. ताजा मामला रायबरेली की महराजगंज कोतवाली क्षेत्र का है, जहां दो दिन पहले पेट्रोल पंप कर्मियों से लाखों की लूट हुई थी. सूचना पर पुलिस ने एक घंटे में ही दो बदमाशों को लूटी गई रकम के साथ गिरफ्तार भी कर लिया था. आई जी व पुलिस अधीक्षक ने खुलासा करने वाली टीम को इनाम देने की भी घोषणा कर दी, लेकिन बुधवार की देर रात महराजगंज कोतवाल व उनके हमराही एक सिपाही को पुलिस अधीक्षक ने निलंबित कर दिया और मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक को सौंप दी.
पुलिस अधीक्षक कार्यालय से निर्गत आदेश में निरीक्षक व उसके हमराही पर लूटी गई रकम को मुकदमे में ढाई लाख दर्शाया है. जबकि बदमाशों के पास से करीबन आठ लाख रुपये बरामद किया गया. जैसे ही ये आदेश एसपी कार्यालय से बाहर निकला, खाकी धारियों को सांप सूंघ गया और कानाफूसी शुरू हो गई.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, जिले के महराजगंज कोतवाली क्षेत्र के हलोर के पास मां वैष्णो नाम के एक पेट्रोल पम्प के दो कर्मचारी दो दिन का कलेक्शन जमा करने के लिए महराजगंज में संचालित बैंक के लिए निकले. जैसे ही वो कुबना पुल के पास पहुंचे, एक बाइक पर सवार दो बदमाशों ने उन्हें असलहा दिखाकर रुपये से भरा बैग छीन लिया और रफूचक्कर हो गए. पीड़ित ने मामले की सूचना पुलिस को दी. सूचना मिलते ही पुलिस ने बदमाशों की तलाश शुरू की तो घटनास्थल से दो किमी की दूरी से वारदात में इस्तेमाल बाइक सड़क किनारे मिली, जोकि खराब हो गई थी. ग्रामीणों की मदद से पुलिस ने काम्बिंग की तो दोनों बदमाश गिरफ्तार हो गए और उनके पास से लूटी गई 8 लाख की रकम भी बरामद हो गई.
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आईजी जोन और एसपी ने की इनाम देने की घोषणा
मामला लूट का था, इसलिए एक घंटे में ही खुलासा होने से खुश होकर एसपी खुद मौके पर पहुंचे. उन्होंने अपने निरीक्षक की न केवल पीठ थपथपाई बल्कि मामला ऊपर के उच्चाधिकारियों तक पहुंचा दिया, जिसपर आईजी जोन लखनऊ ने खुलासा करने वाली टीम को 10 हजार और एसपी ने भी अपनी तरफ से दस हजार का इनाम देने की घोषणा कर दी. लेकिन देर रात एसपी ऑफिस से महराजगंज कोतवाल शरद कुमार और उनके हमराही आरक्षी सनोज यादव का निलंबन का आदेश निकलने से मामला चर्चा में आ गया.
अपर पुलिस अधीक्षक को सौंपी जांच
अधीक्षक ने पत्र में लिखा कि निरीक्षक ने मुकदमे में ढाई लाख की रकम लूटे जाने का जिक्र किया है. जबकि बरामदगी आठ लाख की हुई है. मामला संदिग्ध है. फिलहाल मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक को सौंपी गई है.