रायबरेली : बीते 25 जनवरी को रायबरेली के लालगंज कोतवाली में शमशेर अहमद नामक शख्स ने लिखित तहरीर देकर अपने पुत्र दानिश की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. बाद में शाम को करीब 08:45 बजे पुलिस ने उसका शव भी बरामद किया था. बुधवार को पुलिस अधीक्षक ने दानिश हत्याकांड का खुलासा करते हुए त्रिकोणिय प्रेम प्रसंग के चलते घटना को अंजाम दिए जाने की बात कही. पुलिस ने अभिषेक व विवेक नाम के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, सोमवार को लालगंज कोतवाली में शमशेर अहमद ने लिखित तहरीर देकर पुत्र मोहम्मद दानिश की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई थी. उनका कहना था कि घर से स्कूटी में तेल डलवाने के लिए उनका लड़का दानिश निकला था और काफी देर तक वापस नहीं लौटा. उसका फोन भी स्विच ऑफ था. उसी दिन शाम को लालगंज पुलिस द्वारा बाईपास पुल के समीप दानिश की लाश भी बरामद की गई. पूरे घटनाक्रम की गहनता से तफ्तीश करने के बाद जद में त्रिकोणीय प्रेम प्रसंग का खुलासा हुआ. पुलिस ने लालगंज सब्जी मंडी के निवासी अभिषेक सिंह को मुख्य आरोपी बताते हुए घटना में उसके सहयोगी रहे विवेक कुशवाहा को भी गिरफ्तार किया. फिलहाल दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है.
इस तरह वारदात को दिया गया अंजाम
पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने बताया कि अभियुक्त अभिषेक सिंह व मृतक दानिश दोनों दोस्त थे. दानिश का गांव की एक लड़की से प्रेम प्रसंग था. अभियुक्त अभिषेक सिंह दिसंबर 2020 में दिल्ली से वापस आया था. इसी दौरान एक कार्यक्रम में मुलाकात के बाद अभिषेक की भी उसी लड़की से प्रेम प्रसंग चलने लगा. तभी से लड़की ने दानिश से बात करना बंद कर दिया और यह बात दानिश को अखरी. उसने अन्य आरोपी विवेक कुशवाहा से फोन पर बात की और अभिषेक को मारने का प्लान बनाया. इसी बीच विवेक कुशवाहा द्वारा पूरे मामले को अभिषेक सिंह से भी अवगत कराया गया, जिसके बाद घटना के दिन अभिषेक व दानिश दोनों लोगों ने गांजे का सेवन किया. उसके बाद दोनों के मध्य कहासुनी हुई. इसी बीच मौका पाकर अभिषेक ने विवेक के साथ मिलकर पत्थर से दानिश के सिर पर हमला कर दिया. फिर ताबड़तोड़ वार करके उसकी हत्या कर दी.