रायबरेली: उन्नाव रेप पीड़िता के एक्सीडेंट स्पॉट के आस पास रहने वाले लोगों में सीबीआई जांच को लेकर बेचैनी सी देखी जा रही है. बीते दिनों करीब एक सप्ताह से ज्यादा दिनों बाद यह देखने को मिला, जब सीबीआई टीम एक्सीडेंट स्पॉट न पहुंची हो, नहीं तो बीते कई दिनों तक लगातार सीबीआई समेत कई विशेषज्ञ टीमों ने स्पॉट का दौरा किया था. साथ ही अपना डेरा ही इस पूरे एरिया में डाल रखा था.
लोगों ने घटना से बनाई दूरी
एक्सीडेंट में जैसे ही परत दर परत का खुलासा होता गया. स्थानीय लोगों में पहले तो रोचकता देखी गयी पर ग्रामीण परिवेश के लोगों के बीच पहले से ही हाई प्रोफाइल मामला होने के नाते पूरे घटना क्रम से दूरी बनाकर रखने की बर्ताव भी देखने को मिला. जल्द ही मामले में सीबीआई की एंट्री हुई, उसके बाद से ही देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी को मामले की पड़ताल करने की जिम्मेदारी मिलने के बाद कई चश्मदीद पूरे मामले से अनभिज्ञता जाहिर करने लगे. हालांकि कुछ ऐसे भी रहे, जिन्होनें सीबीआई को लिखित बयान भी दिया. और जांच एजेंसी के साथ नजदीकी चौकी तक गए और जरुरत पड़ी तो कोर्ट के सामने दिल्ली भी जाने को तैयार दिखे पर ज्यादातर लोग पूरे मामले से दूरी बनाते ही दिखे.
स्थानीय लोगों ने कुछ भी बोलने से किया इंकार
जांच एजेंसी द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए सीबीआई द्वारा दोनों आरोपियों ट्रक ड्राइवर व क्लीनर को एक्सीडेंट स्पॉट पर लाकर मौका मुआयना भी किया गया. हालांकि सीबीआई को ट्रक ड्राइवर व क्लीनर के नार्को टेस्ट व लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने की स्वीकृत भी मिल चुकी है, उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही घटना को लेकर इससे भी कुछ ठोस बात निकलकर सामने आने की उम्मीद है.
फिलहाल सीबीआई की एंट्री ने पूरे मामले को लोकल पुलिस से लेकर खुद तफ्तीश करने से स्थानीय लोगों के बीच एक्सीडेंट से जुड़े मुद्दे पर बातचीत करने से मनाही की बात भी सुनने को मिलती है पर लोगों के मन में सीबीआई द्वारा वास्तविक हकीकत की तह तक पहुंचने की उम्मीद भी दिखती है.