रायबरेली : प्राथमिक शिक्षा के नाम पर बच्चों को बेहतर व्यवस्था देने के लिए सरकार पानी की तरह पैसा बहा रही है. वहीं जिनके कंधों पर ये जिम्मेदारी है वो सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं.
जानें पूरा मामला
- विद्यालय में हो रहे भ्रष्टाचार के विरोध में प्रभारी प्रधानाचार्य अजय अवस्थी ने खुद को एक कमरे में बंद कर लिया.
- मौके पर ग्रामीणों के साथ गदागंज थाने की पुलिस भी पहुंची, लेकिन शिक्षक अपनी बात पर अड़ा रहा.
- अजय अवस्थी ने आरोप लगाया कि पूर्व में तैनात इंचार्ज विजय कुमार स्कूल नहीं आते थे और शिक्षामित्र उनके फर्जी हस्ताक्षर बनाते थे.
- प्रभारी प्रधानाचार्य ने यह भी आरोप लगाया कि प्रधान इसको लेकर दबाव बनाते थे. छात्रवृत्ति और मिड डे मील में घोटाले करते थे.
- अजय अवस्थी ने पूरे मामले की सूचना खंड शिक्षा अधिकारी को भी दी, लेकिन उनके द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई.
- प्रभारी प्रधानाचार्य का यह भी आरोप है कि इंचार्ज का स्थानांतरण होने के बावजूद उनपर जबरन कार्यमुक्त करने का दबाव बनाया जा रहा है.
- अजय अवस्थी का कहना है कि लाखों का घोटाला किया जा रहा है. इसकी जानकारी एबीएसए को भी दी गई. कोई कार्रवाई न होने की वजह से उन्होंने खुद को कमरे में बंद कर लिया.
अध्यापक को समझा-बुझाकर निकाला बाहर
अध्यापक ने अपने को कमरे में बंद कर लिया था. जैसे ही इसकी जानकारी मिली तो यहां पर आकर उन्हें समझा बुझाकर बाहर निकाला गया. उनकी मांग थी कि विद्यालय में सीसीटीवी कैमरे लगने चाहिए.
-राजेश राम, खंड शिक्षा अधिकारी